श्रीलंका में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 164 हो गई है जबकि 104 लोग अभी भी लापता हैं। 24 मई से शुरू हुई भारी बारिश और तेज हवाएं चलने से 4 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और 1 लाख लोगों को विस्थापित करना पड़ा है।
निचले क्षेत्रों में रह रहे लोगों को नदी में उफान के खतरे के मद्देनजर सुरक्षित निकलने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने सोमवार को और भारी बारिश होने की चेतावनी दी थी।
मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बनी चक्रवात की स्थिति उग्र हो गई है। मौसम विभाग ने ताजा रिपोर्ट में कहा, 'देश में तेज हवाएं 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रही है।'
जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल ने कहा 'यूरोप, अमेरिका के भरोसे नहीं रह सकता'
कुछ स्थानों पर 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश हो सकती है। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने पीड़ितो को तत्काल राहत पहुंचाने का आश्वासन दिया है और नए घरों के निर्माण की प्रतिबद्धता जताई है।
बता दें कि प्राकृतिक आपदा का शिकार हुए श्रीलंका की मदद के लिए भारत ने भी हाथ बढ़ाया था और राहत सामग्री के साथ शिपों को श्रीलंका के लिए रवाना किया था।
यह भी पढ़ें: कुणाल कोहली ने तमन्ना भाटिया के साथ लंदन में शुरु की शूटिंग, देखें तस्वीरें
कारोबार से जुड़ी ख़बरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Source : IANS