श्रीलंका में जारी अशांति के बीच रविवार को होने वाले बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शन से पहले, कई सोशल मीडिया यूजर्स ने ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब का उपयोग करने की कोशिश में व्यवधान की शिकायत की है। ये जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट से सामने आई।
डेली मिरर की एक रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार से अफवाहें फैल रही थीं कि सोशल मीडिया साइटों को ब्लॉक करने की योजना है। यूजर्स का सुझाव है कि वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) डाउनलोड किया जाना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार की देर रात यूजर्स ने शिकायत की है कि एप काम नहीं कर रहे हैं, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि सरकार ने साइटों तक पहुंच को प्रतिबंधित कर दिया है।
हालांकि, अभी इसपर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, द्वीप में कर्फ्यू लगा हुआ है, जिसका वर्तमान में विरोध किया जा रहा है। देश में आर्थिक संकट के चलते ईधन, एलपीजी, बिजली, भोजन के साथ-साथ दवाओं की भारी कमी हो गई है।
कर्फ्यू शनिवार शाम 6 बजे लागू हुआ है और सोमवार सुबह 6 बजे तक रहेगा।
राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने शुक्रवार की रात भी पिछले दिन अपने आवास के बाहर हिंसक प्रदर्शन के बाद आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी, जिसके कारण 50 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया।
आपातकालीन डिक्री के तहत, पुलिस को बिना वारंट के किसी भी संदिग्ध को गिरफ्तार करने की अनुमति है।
जबकि विपक्ष, नागरिक अधिकार समूहों और कानूनी विशेषज्ञों ने राजपक्षे के कदम की निंदा की है। सरकार ने आरोप लगाया है कि गुरुवार के विरोध के दौरान हिंसा एक चरमपंथी समूह ने शुरू की, जो श्रीलंका में अरब स्प्रिंग लागू करना चाहता था।
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Source : IANS