ब्रिटिश सिख समुदाय के एक समूह ने पाकिस्तान स्थित जमीयत उलेमाए इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान से उनके प्रस्तावित मार्च व 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद में धरने को रोकने का आग्रह किया है. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, समूह ने कहा है कि इस मार्च और धरने के कारण पाकिस्तान में अशांति व अव्यवस्था की आशंका है जिसके कारण ब्रिटेन के दो सौ सिखों को पाकिस्तान की अपनी यात्रा को रद्द करने पर मजबूर होना पड़ा है.
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सिख धर्म के संस्थापक बाबा गुरु नानकजी के 550वें प्रकाशोत्सव के सिलसिले में हजारों की संख्या में सिख पाकिस्तान आने वाले हैं, जहां ननकाना साहिब (बाबा गुरु नानकजी का जन्मस्थान) व अन्य जगहों पर बड़ा आयोजन होने जा रहा है. जबकि इसी बीच जेयूआई-एफ ने पाकिस्तान में इमरान हुकूमत को सत्ता से हटाने के लिए 27 अक्टूबर से अपना मार्च शुरू करने का ऐलान किया है जो 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद में पहुंचेगा जहां धरना दिया जाएगा.
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सिख समुदाय के बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान में अशांति की आशंका के कारण ब्रिटेन के दो सौ सिखों के एक जत्थे ने ननकाना साहिब की यात्रा रद्द कर दी है. यह चिंता की बात है. हम हाथ जोड़कर मौलाना फजलुर रहमान से अपील करते हैं कि वह अपना आजादी मार्च रद्द कर दें या फिर कम से कम इसे 20 नवंबर तक के लिए टाल दें, ताकि दुनिया भर के सिख बिना किसी डर के बाबा गुरु नानक के प्रकाशोत्सव में हिस्सा लेने पाकिस्तान आ सकें.