पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर के बेटे शाहबाज तासीर ने कहा कि अपहरण के बाद कोई सुरक्षा एजेंसी उनके बचाव के लिए आगे नहीं आई। शाहबाज ने कहा कि वह 'अल्लाह की दुआ' की वजह से जिंदा रहे और अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचकर भागने में सफल रहे।
शाहबाज को 25 अगस्त 2011 को लाहौर से अगवा कर लिया गया था। ऑफिस से घर लौटने के दौरान इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उज्बेकिस्तान (आईएमयू) के आतंकियों ने उन्हें अगवा कर लिया था। शाहबाज करीब 5 सालों तक अपरहणकर्ताओं के चंगुल में रहे।
अपने पिता की हत्या के बाद पाकिस्तानी पीपल्स पार्टी की भूमिका को लेकर पूछे जाने पर शाहबाज ने कहा, 'मैं बस इतना बताना चाहता हूं कि मेरे पिता की हत्या के बाद बिलावल वह एकमात्र व्यक्ति थे, जिन्होंने मुझसे संपर्क किया।'
शाहबाज ने कहा विवादित मुद्दा होने की वजह से सभी नेताओं ने तासीर के परिवार से दूरी बना ली। कथित ईशनिंदा के मामले में सलमान तासीर की उनके अंगरक्षक ने हत्या कर दी थी।
उन्होंने कहा, 'मैं अपनी आजादी के लिए बस अल्लाह को शुक्रिया दे सकता हूं। किसी ने मेरी रिहाई में मदद नहीं की। न तो सुरक्षा एजेंसियों ने और नहीं सरकार ने।'
शाहबाज ने कहा, 'सुरक्षा एजेंसियां मुझे क्वेटा के निकट होटल से घर वापस लेकर आई, जहां मैं अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटकर भागा था।'
HIGHLIGHTS
- सलमान तासीर के बेटे शाहबाज तासीर ने कहा कि अपहरण होने के बाद पाकिस्तान सरकार ने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया
- शाहबाज पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर के बेटे हैं जिनकी कथित ईशनिंदा के आरोप में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी
Source : News Nation Bureau