दक्षिण कोरिया के न्याय मंत्रालय ने सोमवार को स्वीकार किया कि एक कैदी के साथ अत्याचार जैसा व्यवहार किए जाने के आरोपों की जांच के बाद जून में अवैध प्रवासियों के लिए एक डिटेंशन सेंटर में मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मोरक्को के एक कैदी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार प्रहरी के साथ एक याचिका दायर की, जिसमें दावा किया गया था कि सियोल से लगभग 40 किमी दक्षिण में ह्वासेओंग में आव्रजन प्रसंस्करण केंद्र में हिरासत में लिए जाने के दौरान उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया।
उन्होंने केंद्र के अधिकारियों पर बुरी तरह प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्हें बाकी कैदियों से अलग सेल में रखा गया है।
मंत्रालय कहा, एक तथ्य-खोज जांच के माध्यम से मानवाधिकारों के उल्लंघन के एक मामले की पुष्टि की गई है।
इसने अधिकारियों की अपर्याप्त समझ और सुरक्षात्मक गियर के उपयोग के साथ-साथ हिरासत में साधनों की कमी पर स्थिति को जिम्मेदार ठहराया।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि वह हिरासत में लिए गए विदेशियों के लिए सुरक्षात्मक गियर के उपयोग को नियंत्रित करने वाले नियमों और इसी तरह के मामलों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए क्रमश: अवैध अप्रवासियों को हिरासत में लेने की प्रक्रियाओं को संशोधित करेगा।
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Source : IANS