अमेरिका ने सैटेलाइट के माध्यम से खींची गयी तस्वीरों का हवाला देते हुए आशंका जतायी है कि उत्तर कोरिया के परमाणु रिएक्टर में काम हो रहा है।
अमेरिका के वाशिंगटन आधारित सेंटर फोर स्ट्रेटीज एंड इंटरनेशल स्टडीज की परियोजना बियोंड पैरलल ने शुक्रवार को कहा कि 27 जनवरी से चार फरवरी के बीच ली गयी थर्मल इंफ्रारेड सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि उत्तर कोरिया के योंगब्योन परमाणु कॉम्प्लेक्स में स्थित पांच मेगावाट क्षमता वाला रिएक्टर संचालन में है। थर्मल इमेज में इस रिएक्टर से गर्म पानी निकलता हुआ दिखायी दे रहा है। इससे यह संदेह है कि रिएक्टर और उसका कूलिंग सिस्टम काम कर रहा है।
योनहैप संवाद समिति ने शनिवार को कहा कि उत्तर कोरिया ने रिएक्टर में इस्तेमाल हुए फ्यूल रॉड को रिप्रोसेस करके प्लूटोनियम बनाया है।
रिपोर्ट के अनुसार, रिएक्टर से निकलने वाला पानी बहुत गर्म है और इसीलिए जब वह कुर्योग नदी में मिलता है, तो इतनी जल्दी बर्फ में नहीं बदलता है। कुर्योग नदी का पानी जबकि पहले से जमा होता है और रिएक्टर का पानी उसकी ऊपरी सतह पर आता है।
हालांकि रिपोर्ट में यह कहा गया है कि थर्मल इमेज से यह पता नहीं चलता कि क्या रिएक्टर वह पूरी तरह काम कर रहा है।
अमेरिकी वेबसाइट के अनुसार, अगर रिएक्टर पूरी तरह से काम करता तो नदी में जमी बर्फ तेजी से पिघलती।
गौरतलब है कि अंतराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने गत साल जुलाई में अपनी वार्षिक रिपोर्ट में उत्तर कोरिया के इस रिएक्टर के संचालन में होने की बात की थी।
उत्तर कोरिया अब तक छह परमाणु परीक्षण कर चुका है। अंतिम परीक्षण उसने सितंबर 2017 में किया था। अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु समझौता 2019 से ही ठंडे बस्ते में है, जब दोनों देशों के बीच हनाई शिखर सम्मेलन में हुई बातचीत का कोई परिणाम नहीं निकल पाया था।
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Source : IANS