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युद्ध के 14वें दिन नरम पड़े पुतिन- यूक्रेन सरकार को उखाड़ फेंकना मकसद नहीं

रूस और यूक्रेन के बीच 14वें दिन यानी बुधवार को भी जंग जारी है. रूस के हमले से यूक्रेन एकदम तबाही के कगार पर पहुंच गया है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और उनके यूक्रेनी समकक्ष दिमित्रो कुलेबा गुरुवार को तुर्की में मिलेंगे.

Updated on: 09 Mar 2022, 05:00 PM

नई दिल्ली:

Ukraine-Russia war : रूस और यूक्रेन के बीच 14वें दिन यानी बुधवार को भी जंग जारी है. रूस के हमले से यूक्रेन एकदम तबाही के कगार पर पहुंच गया है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और उनके यूक्रेनी समकक्ष दिमित्रो कुलेबा गुरुवार को तुर्की में मिलेंगे. रूस के विदेश मंत्रालय ने खुद इसकी जानकारी दी है. अब जाकर दोनों देशों के तेवर कुछ नरम पड़ते दिख रहे हैं. इस बीच रूस ने एक बयान जारी कर कहा है कि उसे यूक्रेन सरकार को नहीं हटाना है. उस सरकार को उखाड़ फेंकने का कोई उद्देश्य नहीं है. 

आपको बता दें कि इससे पहले रूस ने ये कहा था कि अब यूक्रेन के साथ बातचीत आगे बढ़ चुकी है और कुछ मुद्दों पर प्रगति भी हुई है. दोनों देशों के बीच कौन से मुद्दे हैं, किन बातों पर आपसी सहमति बनी है, ये अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. दोनों देशों के बीच जारी तनावपूर्ण माहौल में इसे एक बड़ा डेवलपमेंट माना जा रहा है. हालांकि, इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने साफ कहा था कि वे अब नाटो की सदस्यता लेने पर ज्यादा जोर नहीं दे रहे हैं. 

गौरतलब है कि अमेरिका में रूसी राजदूत, अनातोली एंटोनोव ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन में जैविक हथियारों के नियमों के उल्लंघन के तथ्यों की पुष्टि से चिंतित है. आरटी ने इसकी जानकारी दी है. इससे पहले उप विदेश मंत्री विक्टोरिया नुलैंड ने कहा था कि अमेरिका रूस की सेना को यूक्रेन में जैविक प्रयोगशालाओं से अनुसंधान सामग्री प्राप्त करने से रोकने की कोशिश कर रहा है.