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Victory Day पर पुतिन की ललकार,  यूक्रेन में कार्रवाई पश्चिमी देशों की नीतियों का नतीजा

पिछले 75 दिन से यूक्रेन को मटियामेट करने पर आमादा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में मास्को की सैन्य कार्रवाई को पश्चिमी देशों की नीतियों के लिए करारा जवाब करार दिया है.

Updated on: 09 May 2022, 06:04 PM

highlights

  • यूक्रेन पर हमले को पुतिन ने ठहराया जायज
  • देश को सुरक्षित रखने के लिए हमला था जरूरी
  • यूक्रेन में नाटो के बढ़ते दखल ने किया मजबूर

नई दिल्ली:

पिछले 75 दिन से यूक्रेन को मटियामेट करने पर आमादा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में मास्को की सैन्य कार्रवाई को पश्चिमी देशों की नीतियों के लिए करारा जवाब करार दिया है. नाजी जर्मनी के खिलाफ द्वितीय विश्व युद्ध में मिली की याद में सोमवार को रूस में विजयी दिवस मनाया गया. इस दौरान रूस ने अपनी सैन्य ताकत को भी प्रदर्शित किया. इस दौरान सैन्य परेड में टैंक, बख्तरबंद वाहन, विशाल अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को ले जाने वाले वाहन वगैरह नजर आए.

यूक्रेन युद्ध को नाजी जर्मनी के खिलाफ युद्ध के समान बताया
सैन्य परेड में बोलते हुए रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने नाजी सैनिकों के खिलाफ तत्कालीन सोवियत संघ की लाल सेना की लड़ाई और यूक्रेन में रूसी सेना की मौजूदा कार्रवाई के बीच कई समानताएं गिनाई. उन्होंने साफ-साफ कहा कि रूसी सैनिक यूक्रेन में अपने देश की सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं. इस दौरान रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन युद्ध में शहीद हुए अपने सैनिकों के सम्मान में एक मिनट का मौन रखा. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर अपने आक्रमण को जायज ठहराते हुए कहा कि हमारी सीमाओं के ठीक बगल में एक अस्वीकार्य खतरा (नाटो) मौजूद था, जिसके सफाए के लिए यह आक्रमण बहुत ही जरूरी था. इसके साथ ही पुतिन ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन रूस पर हमला करने की योजना बना रहा था.

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विजय दिवस पर बहुत कम नजर आई सैन्य टुकड़ियां
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच इस वर्ष विजय दिवस पर सैनिकों की टुकड़ियां और हथियार ज्यादा नजर नहीं आए. दरअसल, इस वक्त भी यूक्रेन में रूस का सैन्य अभियान जारी है और उसके अधिकतर सैनिक और हथियार यूक्रेन में तथा उसकी सीमाओं पर तैनात हैं.