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यूक्रेन की हिम्मत के आगे पस्त पड़ा रूस, खार्कीव से हटाई सेना

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के जज्बे ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भी दांत खट्टे कर दिए हैं. यूक्रेनी सैनिकों के आगे हार मानते हुए रूस के रक्षा मंत्रालय ने खार्कीव से रूसी सैनिकों को वापस बुला लिया है.

Updated on: 11 Sep 2022, 10:19 AM

highlights

  • यूक्रेन की सेना को खार्कीव के रूप में मिली बढ़त
  • रूसी सैनिकों को हटाने के पीछे मॉस्को ने दिए तर्क

कीव:

रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को घोषणा करते हुए कहा कि यूक्रेन के पूर्व में स्थित खार्कीव से रूसी सेना वापस बुलाई जा रही है. गौरतलब है कि बीते सप्ताह यूक्रेन की सेना ने खार्कीव पर दोबारा कब्जे के रूप में अच्छी बढ़त हासिल कर ली थी. खार्कीव से रूसी सैनिकों की वापसी को यूक्रेन की सेना की बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है. खासकर इस आलोक में कि यूक्रेनी सैनिकों की हिम्मत के आगे रूसी सेना राजधानी कीव पर भी कब्जा नहीं कर सकी थी. फिलवक्त यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले को सात माह बीत चुके हैं और बंदरगाह के तटीय शहरों को छोड़ दें तो रूसी सेना के हाथों और कोई बड़ी उपलब्धि नहीं लगी है.

रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाश्नकोव के मुताबिक खार्कीव के बालकलिया और इज्युम इलाके से हटाई गई रूसी सेना को पूर्वी डोनेत्सक में तैनात किया जा रहा है. खार्कीव क्षेत्र में इज्युम रूसी सेना के लिए एक बड़े सैन्य अड्डे के तौर पर काम कर रहा था. विगत दिनों यूक्रेन के सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें बालकलिया इलाके के यूक्रेनी नागरिक रूसी सेना की वापसी का जश्न मनाते देखे गए थे. हालांकि इगोर कोनाश्नकोव के मुताबिक डोनबास को यूक्रेन के कब्जे से छुड़ाने के क्रम में रूसी सैनिकों को खार्कीव से हटाया गया है. गौरतलब है कि रूस ने डोनबास को स्वायत्ता संपन्न क्षेत्र घोषित किया हुआ है. 

यहां यह कतई नहीं भूलना चाहिए कि डोनेत्सक पर सामरिक रूप से ध्यान देने की मंशा का तर्क ठीक वैसा ही है, जैसा कीव पर कब्जा नहीं कर पाने पर रूस के रक्षा मंत्रालय ने दिया था. इस बात को इससे और पुष्टि मिलती है कि यूक्रेन की सेना ने शनिवार को दावा किया था कि खार्कीव में उन्हें महत्वपूर्ण बढ़त हासिल हुई है. यूक्रेन की सेना की ओर से दावा किया गया था कि उसके सैनिकों ने इज्युम की आपूर्ति लाइन को अपने कब्जे में ले लिया है. यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेह निकोलेंको ने यह भी दावा किया था कि यूक्रेन ने कुपियांस्क पर फिर से अपना कब्जा कर लिया है. यह इलाका भी इज्युम की आपूर्ति लाइन की एक बड़ी कड़ी था.