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Russia-Ukraine दूसरे दौर की वार्ता विफल, तीसरी बैठक में कुछ आएगा सामने

अगली दौर की वार्ता में समझौते हो सकते हैं, जिन्हें रूस और यूक्रेन की संसदों द्वारा अनुमोदित किए जाने की आवश्यकता होगी.

Updated on: 04 Mar 2022, 08:00 AM

highlights

  • पुतिन ने कहा यूक्रेन रिहायशी इलाकों को बना रहा ढाल
  • यूक्रेनी सेना आम लोगों को बना रही है सुरक्षा ढाल

कीव/मॉस्को:

रूस का यूक्रेन (Ukraine) पर हमला तेज हो गया है. अब रूसी सेना ने यूक्रेन के सबसे बड़े न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जे के लिए हमले तेज कर दिए हैं. इसके साथ ही यूक्रेन के शहरों पर रूस मिसाइल हमले कर रहा है. इस कड़ी में खारकीय और कीव में रूसी सेना ने हमले और तेज कर दिए हैं. वहीं दोनों देशों के बीच शांति वार्ता को लेकर बेलारूस की सीमा पर बैठक जारी है. रूस (Russia) और यूक्रेन के बीच दो दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है. अब तीसरे दौर की वार्ता भी जल्द होने की उम्मीद है. दूसरी वार्ता में सीजफायर को लेकर कुछ संकेत दिए गए हैं. साथ ही लोगों की सुरक्षित निकासी के लिए कारिडोर के निर्माण को लेकर दोनों देशों में आपसी सहमति बन गई है.

नागरिकों के लिए सुरक्षित गलियारे पर सहमति
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यूक्रेन और रूस के वार्ताकारों ने गुरुवार को कहा कि युद्ध पर तीसरे दौर की वार्ता जल्द ही होगी. पोलैंड की सीमा के समीप बेलारूस में वार्ता में रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सलाहकार व्लादिमीर मेदिन्स्की ने कहा कि दोनों पक्षों की 'स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है, संघर्ष के राजनीतिक समाधान से संबंधित मुद्दों समेत एक-एक बात लिखी गयी है.' उन्होंने विस्तार से जानकारी दिए बिना कहा, 'उनकी ओर से आपसी सहमति बनी है.' उन्होंने पुष्टि की कि रूस और यूक्रेन नागरिकों को निकालने के लिए सुरक्षित गलियारे बनाने के अस्थायी समझौते पर पहुंच गए हैं. 

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पुतिन ने यूक्रेन पर लगाया बंधक बनाने का आरोप
इस कड़ी में रूस के वरिष्ठ सांसद लियोनिद स्लुत्स्की ने कहा कि अगली दौर की वार्ता में समझौते हो सकते हैं, जिन्हें रूस और यूक्रेन की संसदों द्वारा अनुमोदित किए जाने की आवश्यकता होगी. वहीं, रूस-यूक्रेन युद्ध के सातवें दिन उत्तरी यूक्रेन के चेर्निहीव में रूसी हमले में 22 मौतें हुई है. इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि यूक्रेन की सेना आम लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रही है. पुतिन ने आरोप लगाया कि आवासीय क्षेत्रों, किंडरगार्डन, अस्पतालों से भारी सैन्य उपकरणों को हटाने के वादे को पूरा करने के विपरीत वहां टैंक, तोपखाने, मोर्टार तैनात किए जा रहे हैं.