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यूक्रेन विवाद : पुतिन को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के दावे को रूस ने नकारा

रूस के राष्ट्रपति का कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने कहा कि राष्ट्रपतियों की मुलाकात में रूस और फ्रांस अभी तक यूक्रेन के आसपास सैन्य तनाव को कम करने के लिए कोई समझौता नहीं कर सके हैं.

Updated on: 09 Feb 2022, 10:26 AM

highlights

  • फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की
  • फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि उन्होंने पुतिन के साथ 'पर्याप्त और गंभीर' चर्चा की है
  • इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन जाकर राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के साथ भी बैठक की

New Delhi:

रूस के राष्ट्रपति का कार्यालय (क्रेमलिन )ने फ्रांस के इस दावे को खारिज कर दिया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन सीमा विवाद पर समझौते के लिए तैयार हैं. इससे पहले रूस-यूक्रेन सीमा विवाद का समाधान तलाशने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय पहल के तहत फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. फ्रांस की तरफ से इस मुलाकात के बाद कहा गया कि पुतिन समझौता करने को तैयार हैं. वहीं, क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने कहा कि पुतिन ने मैक्रों से यह वादा वहीं किया है कि मॉस्को अभी के लिए यूक्रेन के आसपास सैन्य तैनाती नहीं करेगा. 

पेसकोव ने कहा कि राष्ट्रपतियों की मुलाकात में रूस और फ्रांस अभी तक यूक्रेन के आसपास सैन्य तनाव को कम करने के लिए कोई समझौता नहीं कर सके हैं. दोनों नेताओं की हालिया बैठक ने उस मोर्चे पर आगे के काम के लिए आधार प्रदान किया था. अंतरराष्ट्रीय जगत में इसकी काफी जरूरत बताई जा रही है. बैठक को लेकर फ्रांस के अधिकारी ने कहा था कि पुतिन ने सोमवार शाम को मैक्रों के साथ मॉस्को में लंबी बातचीत के दौरान तनाव कम करने का संकल्प लिया है. 

बेलारूस से सैनिकों की वापसी पर असमंजस

अधिकारी ने बताया कि पुतिन ने इस बात पर भी रजामंदी जताई थी कि यूक्रेन की सीमाओं के पास बेलारूसी क्षेत्र में सैन्य अभ्यास में भाग लेने वाले सैनिकों को 20 फरवरी को वॉर गेम समाप्त होने के बाद वापस बुला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अभ्यास के बाद सैनिक बिना किसी सटीक तारीख के रूस में अपने ठिकानों पर लौट आएंगे. उन्होंने बताया कि किसी ने कभी नहीं कहा था कि सेना बेलारूस में ही रहेगी.

रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपतियों से मिले मैक्रों

फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि उन्होंने पुतिन के साथ 'पर्याप्त और गंभीर' चर्चा की है. उसमें उन स्थितियों पर ध्यान केंद्रित किया गया जो डी-एस्केलेशन (सैनिको को पीछे खींचने की प्रक्रिया) में मदद कर सकती हैं. उन्होंने कहा, ‘ये आने वाले दिन थोड़े मुश्किल होंगे और साथ बैठकर गहन चर्चा करना जरूरी रहेगा.’ उन्होंने कहा कि रूस के साथ अच्छे-पड़ोसी वाले संबंधों के पुनर्निर्माण के प्रयास के लिए समाधान खोजना यूरोप का कर्तव्य है. इमैनुएल मैक्रों ने मॉस्को में व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक करने के कुछ घंटे बाद यूक्रेन जाकर वहां के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के साथ भी बैठक की है.

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अमेरिका और नाटो ने ठुकराई रूस की मांग

दरअसल रूस ने यूक्रेन से लगी सीमा पर एक लाख से अधिक सैनिकों की तैनाती कर दी है. जिनके पास हथियार भी हैं. अमेरिका ने दावा किया है कि रूस यूक्रेन पर किसी भी दिन हमला करके वहां कब्जा कर सकता है. जबकि रूस ने इन बात को खारिज किया है और कहा कि वह नाटो और अमेरिका से चाहता है कि वह रूस की सुरक्षा मांगों को मान लें. इसके अलावा यूक्रेन नाटो में शामिल ना हों और पश्चिमी देश पूर्व की तरफ विस्तार ना करें. अमेरिका और नाटो दोनों ने ही इसे मानने से इनकार कर दिया है.