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रूस ने माना, यूक्रेन में पहली बार दागी किंजल हाइपरसोनिक मिसाइलें 

रूस का कहना है कि उसने यूक्रेन के पश्चिमी इवानो-फ्रैंकिवस्क में एक बड़े हथियार डिपो को नष्ट करने के लिए हाइपरसोनिक किंजल (डैगर) मिसाइलों का इस्तेमाल किया था.

Updated on: 19 Mar 2022, 11:23 PM

मॉस्को:

रूस ने शुक्रवार को यूक्रेन में पहली बार घातक किंजल हाइपरसोनिक मिसाइलों का उपयोग किया. रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार इन मिसाइलों का उपयोग पश्चिमी यूक्रेन में एक हथियारों के गोदाम को तबाह करने के लिए किया गया. रूस ने इससे पहले कभी भी युद्ध में इस हथियार का उपयोग करने की बात नहीं स्वीकारी थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी यूक्रेन में संघर्ष के दौरान किंजल हाइपरसोनिक हथियारों का यह पहला उपयोग था. रूसी रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा,"हाइपरसोनिक एरोबॉलिस्टिक मिसाइलों के साथ किंजल एविएशन मिसाइल सिस्टम ने इवानों-फ्रैंकिवस्क क्षेत्र के डेलियाटिन गांव में मिसाइलों और विमानन गोला-बारूद वाले एक बड़े भूमिगत गोदाम को नष्ट कर दिया." डेलियाटिन कार्पेथियन पहाड़ों की तलहटी में स्थित एक गांव है जो कि इवानो-फ्रैंकिव्स्क शहर के बाहरी क्षेत्र में मौजूद है.

इवानो-फ्रैंकिव्स्क का क्षेत्र नाटो सदस्य रोमानिया के साथ 50 किलोमीटर (30 मील) लंबी सीमा साझा करता है.रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने किंजल (डैगर) मिसाइल को "एक आदर्श हथियार" बताया था. ये ध्वनि की गति से 10 गुना अधिक तेजी उड़ान भरती है और वायु-रक्षा प्रणालियों को मात दे सकती है. 

बारूदी सुरंगों को निष्क्रिय करने में सालों लगेंगे

इससे पहले यूक्रेन के गृह मंत्री डेनिस मोनास्तिरिस्की ने शुक्रवार को कहा कि रूसी बलों द्वारा देश में बरसाए गए उन बम-गोले और बरूदी सुरंगों को निष्क्रिय करने में कई साल लग जाएंगे.  जो फट नहीं पाए हैं.