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पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और तालिबान नेक्सस के बीच संबंध?

अफगानिस्तान में मौजूद तालिबानी लड़ाकों और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के बीच संबंध होने की बात सामने आ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान तालिबानियों के साथ मिला हुआ है और काबुल में सरकार की मदद कर रहा है.

Updated on: 22 Aug 2021, 07:56 AM

highlights

  • तालिबानी लड़ाकों और पाकिस्तान की ISI के बीच संबंध?
  • मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आई ISI प्रमुख और तालिबानी लड़ाकों की तस्वीर
  • ISI प्रमुख हमीद फैज, तालिबानी नेताओं के साथ नमाज अदा करते दिखे

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान में मौजूद तालिबानी लड़ाकों और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के बीच संबंध होने की बात सामने आ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान तालिबानियों के साथ मिला हुआ है और काबुल में सरकार की मदद कर रहा है. इस दौरान ये खबर भी सामने आई है कि मीडिया में कुछ ऐसी भी तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें आईएसआई (ISI) प्रमुख हमीद फैज कंधार में तालिबानी शीर्ष नेताओं के साथ नजर आए हैं. शनिवार को काबुल जाने से पहले हमीद फैज, तालिबानी नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर और अन्य नेताओं के साथ नमाज अदा करते देखे गए. मीडिया रिपोर्ट्स में पहले ही कहा जा चुका है कि पाकिस्तान काबुल में एक नई सरकार के गठन में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए तैयार है. जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार गठन पर बातचीत करने के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी रविवार को काबुल पहुंच सकते हैं.

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शुक्रवार को पाकिस्तानी नेताओं ने कही ये बात

महमूद कुरैशी ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में 'सकारात्मक भूमिका' निभाने के लिए दृढ़ है क्योंकि उसने तालिबान विद्रोहियों और युद्ध से तबाह देश के पूर्व शासकों से आपसी विचार-विमर्श के बाद एक समावेशी राजनीतिक सरकार बनाने की अपील की थी. तालिबानी लड़ाकों के अफगानिस्तान पर कब्जा करते ही पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि पूर्व की अफगान सरकार तालिबान के खिलाफ अफवाह फैला रही थी, जोकि अब झूठी साबित हुई है क्योंकि तालिबानियों ने सरकारी कर्मियों को लिए आम माफी का ऐलान किया है और साथ में ही यह भी कहा है कि लड़कियों को पढ़ने से नहीं रोका जाएगा. इस दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा था कि उनका एक दूत अफगानिस्तान में मौजूद है और तमाम हस्तियों से संपर्क बनाए हुए है. मालूम हो शनिवार को काबुल जाने से पहले हमीद फैज, तालिबानी नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर और अन्य नेताओं के साथ नमाज अदा करते देखे गए. मीडिया रिपोर्ट्स में पहले ही कहा जा चुका है कि पाकिस्तान काबुल में एक नई सरकार के गठन में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए तैयार है.