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पुलवामा हमले के बाद पाकिस्‍तान की जमकर फटकार लगाई थी कासिम सुलेमानी ने

आतंकियों को सुरक्षित पनाह देने को लेकर सुलेमानी ने पाकिस्‍तान से कहा था, 'क्या आप, जिसके पास परमाणु बम (Atom Bomb) है, क्षेत्र में कुछ सौ सदस्यों वाले आतंकी समूह को खत्म करने में अक्षम हैं.'

Updated on: 04 Jan 2020, 08:58 AM

नई दिल्‍ली:

पुलवामा (Pulwama) में पिछले साल भारतीय जवानों पर हुए हमले से पहले ईरान के सैनिकों पर भी पाकिस्‍तान के एक आतंकी संगठन ने हमला किया था. अमेरिकी हमले में मारे गए मेजर जनरल कासिल सुलेमानी (Major General Qassim Soleimani) ने पाकिस्‍तान (Pakistan) की जमकर मजम्‍मत की थी. आतंकियों को सुरक्षित पनाह देने को लेकर सुलेमानी ने कहा था, 'क्या आप, जिसके पास परमाणु बम (Atom Bomb) है, क्षेत्र में कुछ सौ सदस्यों वाले आतंकी समूह को खत्म करने में अक्षम हैं.' दूसरी ओर पिछले साल ही दक्षिण-पूर्वी ईरान में 13 फरवरी को इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गा‌र्ड्स कोर (IGRGC-आइआरजीसी) के सदस्यों को ले जा रही बस पर पाकिस्‍तान के आतंकी संगठन जैश अल-अदल समूह ने हमला किया था, जिसमें 37 ईरानी सैनिक मारे गए थे और कई घायल हो गए थे.

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तब सुलेमानी ने पाकिस्‍तान को सख्‍त चेतावनी देते हुए कहा था, 'पाकिस्तान ईरान के धैर्य की परीक्षा न ले, जिसने भी ऐसा किया उसे मुंहतोड़ जवाब मिला.' ईरान पर हुए आत्मघाती हमले के अगले दिन 14 फरवरी को पुलवामा में भारतीय अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ के काफिले पर भी आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद ने ली थी. इसके लगभग 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के आतंकी अड्डे पर हवाई हमला कर उसे तबाह कर दिया था. बाद के घटनाक्रम में पाकिस्तान लड़ाकू विमान एफ-16 को भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने मार गिराया था.

ईरानी समाचार एजेंसी एफएआरएस के मुताबिक, रिवोल्यूशनरी गा‌र्ड्स पर हुए हमले के बाद सुलेमानी ने 21 फरवरी, 2019 को एक कार्यक्रम में पाकिस्तान को सख्‍त चेतावनी देते हुए कहा था- 'आपने अपने सभी पड़ोसियों के साथ सीमा पर अशांति फैला रखी है, क्या आपका एक भी पड़ोसी ऐसा बचा जिसे आप असुरक्षा के लिए उत्तेजित करना चाहते हैं? आपके पास परमाणु बम है और आप कुछ सौ सदस्यों वाले आतंकी समूहों को खत्म करने में असमर्थ हैं? आतंकी हमलों में आपके कितने लोग मारे गए हैं? हम आपकी सहानुभूति नहीं चाहते हैं, इससे ईरान के लोगों की क्या मदद हो सकती है?'

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दूसरी ओर, ईरान के साथ ही पुलवामा हमले में पाकिस्तान ने अपनी संलिप्तता से इनकार कर दिया था. पुलवामा हमले के बाद तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ईरान के उप विदेश मंत्री सैयद अब्बास अगराच्ची से मुलाकात की थी. अगराच्ची ने ट्वीट कर दोनों हमलों को जघन्य करार देते हुए लिखा था- अब बहुत हुआ.