इस्लामाबाद के कायदे आजम विश्वविद्यालय (क्यूएयू) के सैकड़ों छात्र लापता बलूच छात्र की रिहाई की मांग को लेकर एकत्र हुए, जिसे इस सप्ताह की शुरूआत में शुक्रवार को बलूचिस्तान के खुजदार में नकाबपोश हथियारबंद लोगों ने कथित तौर पर अगवा कर लिया था। फ्राइडे टाइम्स ने की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली।
हफीज बलूच एक स्थानीय स्कूल में स्वेच्छा से खुजदार में छुट्टियों के दौरान बच्चों को मुफ्त में पढ़ा रहा था।
हफीज के पिता ने बीबीसी को बताया, मंगलवार को, तीन नकाबपोश हथियारबंद एक ब्लैक सर्फ कार में आए और अब्दुल हफीज को जबरन छात्रों के सामने एक अज्ञात स्थान पर ले गए।
गुमशुदा छात्र के परिवार ने उसके लापता होने की शिकायत सिटी थाना खुजदार में दर्ज कराई और खुद ही लापता छात्र को खोजने का प्रयास भी किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि परिवार ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उसे क्यों उठाया गया और हफीज की उससे कोई दुश्मनी नहीं थी।
हफीज कायदे आजम यूनिवर्सिटी इस्लामाबाद से फिजिक्स में एम फिल कर रहा था।
जैसा कि बलूचिस्तान पोस्ट में बताया गया है, छात्रों ने आरोप लगाया कि हफीज को सुरक्षा बलों द्वारा ले जाया गया, उनके शिक्षक और साथी छात्र की रिहाई की मांग के संकेत थे।
हफीज बलूच कई बलूच छात्रों और युवाओं में से एक है जिन्हें कथित तौर पर जबरन गायब कर दिया गया है।
द वॉयस फॉर बलूच मिसिंग पर्सन्स (वीबीएमपी) ने कहा कि उसने बलूचिस्तान के जबरन गायब के कम से कम 5,000 मामले दर्ज किए हैं।
समूह के अनुसार, कई बार सुरक्षा बल हिरासत में लेने से इनकार नहीं करते हैं, लेकिन दावा करते हैं कि विचाराधीन व्यक्ति उग्रवादी बलूच लड़ाके हैं।
नवंबर 2021 में, बलूचिस्तान विश्वविद्यालय में छात्रों ने दो छात्रों, सोहेल बलूच और फसीह बलूच को सुरक्षा बलों द्वारा परिसर से कथित रूप से अपहरण करने के बाद धरना दिया।
फ्राइडे टाइम्स ने बताया कि वे दो छात्र भी लापता हैं।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS