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इक्वाडोर की जेल में ड्रग्स कार्टेल के बीच गैंगवार, 68 कैदियों की मौत

जेल के अंदर मौजूद अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स कार्टेल से जुड़े प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच लड़ाई का यह ताजा मामला है. घटना तटीय शहर गुआयाकिल में जेल में सुबह होने से पहले हुई.

Updated on: 14 Nov 2021, 11:35 AM

highlights

  • ‘लिटोरल पेनिटेंशरी’ जेल में प्रतिद्वंद्वी गिरोहों के बीच गोलीबारी
  • जेल में किए गए विस्फोट, चाकुओं का इस्तेमाल और गद्दे जलाए
  • सितंबर में भी इसी जेल में हुई हिंसा में मारे गए थे 119 लोग

क्यूटो:

इक्वाडोर की सबसे बड़ी जेल ‘लिटोरल पेनिटेंशरी’ में शनिवार को प्रतिद्वंद्वी गिरोहों के बीच लंबे समय तक चली गोलीबारी में 68 कैदी मारे गए और 25 लोग घायल हो गए. हिंसा के काफी देर बाद तक जेल के भीतर की स्थिति अनियंत्रित रही. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार की रात और शनिवार की सुबह हुई झड़पों में 12 अन्य घायल हो गए. यह घटना जेल के पवेलियन 2 में हुई, जिसमें लगभग 700 कैदी रहते हैं और इनमें विस्फोट, चाकुओं का इस्तेमाल और गद्दे जलाना शामिल है. पुलिस ने कहा कि संघर्ष मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े समूहों के बीच सत्ता संघर्ष का परिणाम था.

अधिकारियों ने बताया कि जेल के अंदर मौजूद अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स कार्टेल से जुड़े प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच लड़ाई का यह ताजा मामला है. घटना तटीय शहर गुआयाकिल में जेल में सुबह होने से पहले हुई. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में कुछ शव झुलसे हुए, जेल के अंदर जमीन पर पड़े दिख रहे हैं. गुआस प्रांत के गवर्नर पाब्लो अरोसेमेना ने कहा कि शुरुआती लड़ाई करीब आठ घंटे तक चली. कैदियों ने पवेलियन दो में जाने के लिए दीवार को डायनामाइट से उड़ाने का प्रयास किया और आगजनी की. अरोसेमेना ने कहा, ‘हम मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लड़ रहे हैं, यह बहुत मुश्किल है.’

राष्ट्रपति गुइलेर्मो लासो ने कहा कि उन्होंने स्थिति का विश्लेषण करने के लिए एक सुरक्षा समिति बुलाई है. पुलिस रिपोटरें के अनुसार, इक्वाडोर की जेलों में प्रतिद्वंद्वी गिरोहों के बीच अक्सर संघर्ष होते हैं और इस साल अब तक 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इससे दो महीने पहले सितंबर में लिटोरल जेल में गिरोहों के बीच खूनखराबा हुआ था, जिसमें 119 लोग मारे गए थे. जेल में 8000 से अधिक कैदी हैं. पुलिस कमांडर जनरल तान्या वरेला ने कहा कि ड्रोन से पता चला कि तीन पैवेलियन में कैदी बंदूकें और विस्फोटकों से लैस थे. अधिकारियों ने बताया कि कैदियों को आपूर्ति में लगे वाहनों के माध्यम से हथियारों और गोला बारूद की तस्करी और कभी-कभी यह ड्रोन के द्वारा भी किया जाता है.