पीएम नरेंद्र मोदी बहरीन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे. मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा के लिए शनिवार को बहरीन पहुंचेंगे और 200 साल पुराने श्रीनाथजी (श्री कृष्ण) मंदिर के पुनर्निर्माण परियोजना का शुभारंभ करेंगे. यह मंदिर 45 हजार वर्ग फुट क्षेत्र में फैला है, जो कि तीन मंजिला मंदिर है. इस मंदिर में एक नॉलेज सेंटर और संग्रहालय भी होगा.पीएम मोदी ने ट्विटर पर कहा, बहरीन में प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत होगी. खाड़ी क्षेत्र में भगवान श्रीनाथजी सहित पुराने मंदिरों के पुनर्निर्माण के विशेष समारोह में उपस्थित रहना मेरे लिए एक सम्मान की बात होगी.आइए जानें इस मंदिर की खासियत...
- इस पर 42 लाख डॉलर की लागत आएगी. थट्टाई हिंदू सौदागर समुदाय के अध्यक्ष बॉब ठाकेर ने कहा कि नवनिर्मित ढांचा 45,000 वर्ग फुट में होगा और इसके 80 फीसदी हिस्से में कहीं अधिक श्रद्धालुओं के लिए जगह होगी.
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- मंदिर से लगा एक ज्ञान केंद्र और एक संग्रहालय भी होगा. इस मंदिर की स्थापना 18वीं शताब्दी के दूसरे दशक में थट्टाई भाटिया हिंदू समुदाय के लोगों द्वारा की गई थी.
- इस मंदिर में राजस्थान के उदयपुर के पास नाथद्वारा में स्थित श्रीनाथजी मंदिर के तौर तरीकों का अनुसरण किया जाता है. यहां पुष्टिमार्गीय वैष्णव को माना जाता है.
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- मंदिर का रंग-रूप बिल्कुल राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र की हवेलियों की तरह लगता है. मंदिर में मेवाड़ की कला की झलक दिखाई देती है.
- नवीनीकरण के बाद मंदिर में पुजारियों के ठहरने की व्यवस्था भी होगी.हिंदू समुदाय के लोगों की शादियों की मेजबानी करने की सुविधा भी होगी.