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ढाका में बोले पीएम मोदी- बांग्लादेश की आजादी के लिए मैंने गिरफ्तारी दी थी

पीएम नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय बांग्लादेश दौरे के लिए शुक्रवार को ढाका पहुंच गए हैं. इस दौरान बांग्लोदश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी को ढाका में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.

Updated on: 26 Mar 2021, 05:48 PM

नई दिल्ली:

पीएम नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय बांग्लादेश दौरे के लिए शुक्रवार को ढाका पहुंच गए हैं. इस दौरान बांग्लोदश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी को ढाका में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सावर में राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा किया. ढाका में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, प्रधानमंत्री शेख हसीना और बांग्लादेश के नागरिकों का आभार प्रकट करता हूं. आपने अपने इन गौरवशाली क्षणों में, इस उत्सव में भागीदार बनने के लिए भारत को सप्रेम निमंत्रण दिया. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बांग्लादेश की आजादी के लिए संघर्ष में शामिल होना, मेरे जीवन के भी पहले आंदोलनों में से एक था. मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था. इसके लिए जेल भी जाना पड़ा था. भारत में भी बांग्लादेश की आजादी के लिए तड़प थी. पाकिस्तानी सेना ने जो अत्याचार किया वह तस्वीर विचलित करने वाला था. कई दिन तक उसने सोने नहीं दिया.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि हम भारत-बांग्लादेश की दोस्ती के 50 साल पूरे कर रहे हैं. यह वर्ष दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत कर रहा है. मैं सभी भारतीयों को शुभकामनाएं देता हूं और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. उन्होंने कहा कि मैं आज यहां याद कर रहा हूं बांग्लादेश के उन लाखों बेटे-बेटियों को जिन्होंने अपने देश, आपनी भाषा और संस्कृति के लिए अनगिनत अत्याचार सहे, अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी.

उन्होंने आगे कहा कि मैं भारतीय सेना के उन सेनानियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने मुक्ति अभियान के दौरान अपने बांग्लादेशी समकक्षों के साथ खड़े होकर एक मुक्त बांग्लादेश के सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाई थी. 6 दिसंबर 1971 को अटल जी ने कहा था कि हम सिर्फ उन लोगों के साथ नहीं लड़ रहे हैं जो लिबरेशन वॉर में अपना जीवन बिता रहे हैं, लेकिन हम इतिहास को एक नई दिशा देने की कोशिश भी कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने 

उन्होंने कहा कि अगले 25 साल भारत और बांग्लादेश दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं. भारत-बांग्लादेश की विरासत साझी है. भारत-बांग्लादेश के रिश्ते और संबंध मजबूत होंगे. हमने दिखा दिया है कि आपसी विश्वास और सहयोग से हर एक समाधान हो सकता है. हमारा Land Boundary Agreement भी इसी का गवाह है. पीएम मोदी ने आगे कहा कि COVID के दौरान भी, दोनों देशों ने मिलकर काम किया है. भारत खुश है कि 'मेड इन इंडिया' की कोरोना वैक्सीन बांग्लादेश के काम आई.