प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को नौवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के समापन के बाद म्यांमार पहुंच गए हैं। मोदी 2 दिनों के म्यांमार दौरे पर हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी म्यांमार यात्रा के दौरान कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा के साथ ही रोहिंग्या समुदाय के लोगों की स्थिति पर चर्चा कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन दिनों की यात्रा के दौरान सुरक्षा, रणनीतिक सहयोग और भारत की सहायता से वहां पर चल रही परियोजनाओं के साथ ही सीमापार से होने वाली आतंकी गतिविधियों पर चर्चा कर सकते हैं।
पीएम मोदी की म्यांमार यात्रा भारत और म्यांमार की सीमा पर भारतीय सेना की नागा आतंकी संगठन एनएससीएन (के) आतंकवादी कैंप के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद हो रही है।
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म्यांमार से जारी हिंसा की वजह से अब तक करीब 60,000 से अधिक रोहिंग्या देश छोड़कर बांग्लादेश जा चुके हैं। राखाइन प्रांत में जारी इस हिंसा में अब तक 400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट देश में रह रहे रोहिंग्या मुस्लिम को देश से निकाल कर म्यांमार भेजने के फैसले के ख़िलाफ़ दायर की गई याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो चुका है।
भारत और म्यांमार के बीच करीब सात दशक पुराना कूटनीतिक संबंध है। मोदी इससे पहले 2014 में म्यांमार गए थे लेकिन उस दौरान वह एशियाई-भारत सम्मेलन में भाग लेने के लिए गए हुए थे।
इस दौरान मोदी राष्ट्रपति यू हटिन क्याव और आन सान सू की समेत कई नेताओं से मुलाकात करेंगे।
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HIGHLIGHTS
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को नौवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के समापन के बाद म्यांमार के लिए रवाना हो गए हैं
- मोदी अपनी म्यांमार यात्रा के दौरान कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा के साथ ही रोहिंग्या समुदाय के लोगों की स्थिति पर चर्चा कर सकते हैं
Source : News Nation Bureau