प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 74वें सत्र को संबोधित किया. उन्होंने अपने भाषण के शुरुआत में महात्मा गांधी को किया याद. उन्होंने कहा कि यूएन को संबोधित करना गौरव की बात. यह अवसर इसलिए भी विशेष है, क्योंकि इस वर्ष पूरा विश्व महत्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है, सत्य और अहिंसा का उनका संदेश आज भी विश्व के लिए प्रासंगिक है.
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UNGA के सत्र में पीएम नरेंद्र मोदी ने शांति और विकास के मूलमंत्र को वैश्विक बनाने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा, भारत विश्वभर में शांति और विकास को बढ़ाने पर काम कर रहा है. हम सिर्फ भारत की जनता को ध्यान में रखकर कोई काम नहीं करते हैं. हमारे जो भी प्रयास हैं उसके परिणाम संसार के लिए हैं. उन्होंने आगे कहा, हमने विश्व को युद्ध नहीं बुद्ध दिए हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, सवा सौ साल पहले भारत के महान आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद ने शिकागों में वर्ल्ड पार्लियामेंट और रिलीजन के दौरान विश्व को संदेश दिया था. ये संदेश था harmony and peace and not dissension. उन्होंने कहा, हमारे प्रयास 130 करोड़ भारतीयों को केंद्र में रखकर हो रहे हैं, लेकिन ये प्रयास जिन सपनों के लिए हो रहे हैं, वो सारे विश्व के हैं, हर देश के हैं, हर समाज के हैं. प्रयास हमारे हैं, परिणाम सभी के लिए हैं, सारे संसार के लिए हैं.
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पीएम मोदी अपने संबोधन में शिव का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा, भारत हजारों वर्ष पुरानी एक महान संस्कृति है, जिसकी अपनी जीवंत परंपराएं हैं, जो वैश्विक सपनों को अपने में समेटे हुए हैं. हमारे संस्कार, हमारी संस्कृकि, जीव में शिव देखती है. उन्होंने आगे कहा, भारत ने पांच वर्षों में सदियों से चली आ रही विश्व बंधुत्व और विश्व कल्याण की उस महान परंपरा को मजबूत करने का काम किया है, जो संयुक्त राष्ट्र की स्थापना का भी ध्येय रही है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो