logo-image

G-20 शिखर सम्मेलन 28 से शुरू, पीएम मोदी, व्लादिमीर पुतिन और शी जिनफिंग होंगे आमने-सामने

19 ताकतवर देश सहित यूरोपियन यूनियन होंगे शामिल, रसिया, इंडिया और चीन (RIC) की अलग होगी बैठक

Updated on: 25 Jun 2019, 05:06 PM

highlights

  • G-20 शिखर सम्मेलन 28 जून से शुरू
  • ब्रिक्स कंट्री होंगे शामिल
  • इंडिया, रसिया और चीन की होगी अगली बैठक

नई दिल्ली:

G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन जापान के ओसाका में किया जा रहा है. यह सम्मेलन 28 और 29 जून को आयोजित किया जाएगा. इस सम्मेलन में पीएम मोदी 10 द्विपक्षीय बैठक करेंगे. जिसमें फ्रांस, जापान, इंडोनेशिया, संयुक्त राज्य अमेरिका (US) और तुर्की के साथ पीएम मोदी बैठक करेंगे. 

G-20 शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स कंट्री भी शामिल हो रहे हैं. ब्राजील, रशिया, इंडिया, चीन और साउथ अफ्रीका (BRICS) मौजूद होंगे. रसिया, इंडिया और चीन (RIC) की अलग बैठक होगी. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जीनफिंग आमने-सामने होंगे.

यह भी पढ़ें - मुंबई में महज 10 रुपए के लिए 35 साल के शख्स की चाकू गोदकर हत्या

इस बैठक को लेकर सभी सदस्य देशों की निगाहें टिकी हुई हैं. इस सम्मेलन में विश्व के सभी ताकतवर नेता मिलेंगे. वहीं इस बैठक में अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध को खत्म करने की कवायद की जाएगी. डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग सम्मेलन में बैठक करेंगे. बताया जा रहा है कि व्यापार युद्ध को टाला भी जा सकता है. 

G-20 में विश्व के 20 तातकवर देश शामिल हैं. जिसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, चीन, यूरोपियन यूनियन, फ्रांस, जर्मनी, इंडिया, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रसिया, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं. स्पेन इस समूह के स्थायी मेहमान सदस्य हैं.

यह भी पढ़ें - मध्य प्रदेश में साढ़े पांच साल की मासूम के दरिंदगी रात में पेड़ के नीचे छोड़कर आरोपी फरार

G-20 का निर्माण 1999 में किया गया था. G-20 समूह G-7 का ही विस्तार है. जो विश्व में आने वाले अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संकट के मामले का निपटारा करता है. 2011 से पहले इसके सदस्य देश साल में दो बार बैठक किया करते थे. लेकिन 2011 के बाद अब एक ही बार बैठक होती है. इस बैठक में देश के व्यापार मंत्री, वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर भी शामिल होते हैं. जो विश्व के सबसे ताकतवर नेता के लिए एजेंडा तय करते हैं.