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मालदीव में पीएम मोदी ने किया ऐलान, 'फ्राइडे मस्जिद' का संरक्षण करना अब भारत की जिम्मेदारी

फ्राइडे मस्जिद' मूंगा पत्थरों से बनी है, यह मस्जिद 'हुकुरु मिस्की' के नाम से जाना जाता है

Updated on: 10 Jun 2019, 06:47 AM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में पहली विदेश यात्रा पर शनिवार को मालदीव पहुंचे. मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम साले से बैठक की. पीएम मोदी ने तटीय रडार प्रणाली का किया उद्घाटन किया. इसके बाद उन्होंने मालदीव के संसद 'पीपल्स मजलिस' को संबोधित किया. उन्होंने संसद को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि मालदीव की 'फ्राइडे मस्जिद' का संरक्षण भारत करेगा. इसके लिए पीएम मोदी ने मदद का आश्वासन दिया है. संसद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत और मालदीव का रिश्ता इतिहास से भी पुराना है. इसलिए यह जिम्मेदारी भारत की बनती है.

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दुनिया की इकलौती ऐतिहासिक मस्जिद 

'फ्राइडे मस्जिद' मूंगा पत्थरों से बनी है. यह मस्जिद 'हुकुरु मिस्की' के नाम से जाना जाता है. पीएम मोदी ने कहा कि यह दुनिया की इकलौती ऐतिहासिक मस्जिद है जिसका निर्माण मूंगा पत्थरों से किया गया है. वहीं, मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद साले ने भी भारत की अनुदान राशि को सम्मानजक स्वीकार करते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा 'फ्राइडे मस्जिद' का संरक्षण किए जाने के लिए भारत का धन्यवाद किया.

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10,700 लोगों के एक साथ बैठकर नमाज पढ़ सकते हैं

बता दें कि 1658 में बनी 'फ्राइडे मस्जिद' के नाम से काफु एटोल के माले शहर में बनी सबसे पुरानी और सुन्दर मस्जिदों में प्रसिद्ध है. इस मस्जिद को समुद्री संस्कृति वास्तुकला के अद्भुत उदाहरण के रूप में 2008 में यूनेस्को की विश्व धरोहर संस्कृति सूची में प्राथमिक तौर पर शामिल किया गया था. इसमें करीब 10,700 लोगों के एक साथ बैठकर नमाज पढ़ सकते हैं.