logo-image

ग्लोबल कोविड समिट में PM मोदी ने कहा, भारत ने मानवता को हमेशा एक परिवार की तरह देखा

इस साल की शुरुआत में हमने अपनी वैक्सीन 95 देशों समेत यूएन शांति सैनिकों के साथ साझा की.

Updated on: 22 Sep 2021, 11:08 PM

highlights

  • हमने 150 से ज्यादा देशों से दवाएं और मेडिकल सप्लाई साझा की है
  • 20 करोड़ से ज्यादा भारतीय पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके हैं
  • हमने अपनी वैक्सीन 95 देशों समेत यूएन शांति सैनिकों के साथ साझा की

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर हैं. पीएम मोदी बुधवार को अमेरिका पहुंच गये और ग्लोबल कोविड-19 समिट को संबोधित किया. कोरोना की दूसरी लहर का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि दुनिया एक परिवार की तरह भारत के साथ खड़ी थी. भारत के लिए एकजुट होने और समर्थन करने के लिए मैं आप सबका धन्यवाद करता हूं. पीएम मोदी ने ये भी बताया कि कोरोना में भारत ने 150 से ज्यादा देशों की मदद की और उन तक जरूरी दवाएं पहुंचाईं. स्वदेशी रूप से विकसित दो वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी गई है, जिसमें दुनिया का पहली डीएनए बेस्ड वैक्सीन भी शामिल है.

इस अवसर पर पीएम मोदी ने भारत में चल रहे टीकाकरण अभियान के तथ्य को साझा करते हुए कहा कि, भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है. भारत ने हाल ही में एक दिन में 2.5 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई थी. मोदी ने बताया कि अब तक 80 करोड़ से ज्यादा को डोज दी जा चुकी है और 20 करोड़ से ज्यादा भारतीय पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके हैं.

पीएम मोदी ने कहा, 'कोविड-19 महामारी अभी भी खत्म नहीं हुई है. उन्होंने कहा, 'जैसे-जैसे भारतीय वैक्सीन डेवलप हो रही हैं, हम मौजूदा वैक्सीन प्रोडक्शन की क्षमता भी बढ़ा रहे हैं. जैसे-जैसे हमारा प्रोडक्शन बढ़ेगा, हम दूसरों को भी फिर से वैक्सीन की सप्लाई कर पाएंगे. इसके लिए कच्चे माल की सप्लाई चेन खुली रखनी होगी.' 

यह भी पढ़ें:काबुल में महिलाओं के स्वामित्व वाले कारोबार बंद होने से परेशान महिलाएं.. मीडिया से बयां किया दर्द

उन्होंने कहा कि दुनिया की ज्यादातर आबादी अभी भी वैक्सीनेटेड नहीं हुई है. इसलिए राष्ट्रपति जो बाइडेन की ये पहल समय पर शुरू की गई है, जो स्वागत योग्य है.' उन्होंने कहा, 'भारत ने मानवता को हमेशा एक परिवार की तरह देखा है. भारत की फार्मा इंडस्ट्री ने कम लागत की डायग्नोस्टिक किट्स, दवाएं, मेडिकल डिवाइस और पीपीई किट का उत्पादन किया है. ये कई विकासशील देशों को किफायती विकल्प प्रदान कर रहे हैं.'

उन्होंने कहा, 'इस साल की शुरुआत में हमने अपनी वैक्सीन 95 देशों समेत यूएन शांति सैनिकों के साथ साझा की. और जब भारत दूसरी लहर से जूझ रहा था, तो दुनिया एक परिवार की तरह हमारे साथ खड़ी थी. भारत के लिए एकजुट होने और समर्थन करने के लिए मैं आप सबका धन्यवाद करता हूं.'

पीएम मोदी ने कहा, 'जैसे-जैसे भारतीय वैक्सीन डेवलप हो रही हैं, हम मौजूदा वैक्सीन प्रोडक्शन की क्षमता भी बढ़ा रहे हैं. जैसे-जैसे हमारा प्रोडक्शन बढ़ेगा, हम दूसरों को भी फिर से वैक्सीन की सप्लाई कर पाएंगे. इशके लिए कच्चे माल की सप्लाई चेन खुली रखनी होगी.'  

ग्लोबल कोविड समिट में पीएम मोदी ने कहा, 'हमने 150 से ज्यादा देशों से दवाएं और मेडिकल सप्लाई साझा की है. स्वदेशी रूप से विकसित दो वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी गई है, जिसमें दुनिया का पहली डीएनए बेस्ड वैक्सीन भी शामिल है.' उन्होंने बताया कि और भी भारतीय कंपनियां वैक्सीन को वैक्सीन के प्रोडक्शन का लाइसेंस मिला है.