अमेरिका यात्रा से पहले एक अमेरिकी मैगज़ीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को 'तबाहकारी प्रयोग' करार दिया है। मैगज़ीन में कहा गया है कि कैश आधारित अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से ठप कर दिया।
फॉरेन अफेयर्स नाम के एक लोकप्रिय अखबार की तरफ से कराए गए सर्वे में कहा गया है कि नोटबंदी का फैसला का जनता ने भले ही स्वागत किया हो लेकिन अर्थव्यवस्था पर इस फैसले का असर बहुत ही कम हुआ है।
मैगज़ीन के लिये सर्वे करने वाले जेम्स क्रैबट्री ने कहा, 'आर्थिक इतिहास में ये एक बहुत ही तबाही वाला प्रयोग था। इससे मोदी प्रशासन गलतियों से सीखेगा।'
जेम्स क्रैबट्री मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के सख्त विरोधी रहे हैं। उन्होंने भारत सरकार के इस फैसले की आलोचना की।
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उन्होंने कहा, 'जहां तक मोदी के आर्थिक उपलब्धि की बात है वो दिखाई दे रही है। लेकिन विकास आधारित अर्थव्यवस्था देने की बात करें तो ये एक मिलाजुला परिणाम है।'
उन्होंने कहा है, 'नोटबंदी को लेकर उनकी पोज़िशनिंग बड़ी थी लेकिन उससे बहुत लाभ नहीं हुआ है। ये काफी लोकप्रिय हुआ लेकिन जीडीपी में इसका कास असर नहीं हुआ है। 2019 में शायद उन्हें अपनी गलती का एहसास हो।'
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उन्होंने कहा कि जारी किये गए भारत के विकास दर आंकड़ों से साफ है कि नोटबंदी का असर उतना सकारात्मक नहीं रहा जितना कि कहा गया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार के इस फैसले से गरीब लोगों को ज्यादा मुश्किल का सामना करना पड़ा है।
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Source : News Nation Bureau