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मिशन चीन को साधने अमेरिका रवाना हुए पीएम मोदी 

क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के अलावा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा के साथ व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे.

Updated on: 22 Sep 2021, 07:37 PM

highlights

  • क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे और संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित करेंगे पीएम मोदी
  • ये दौरा अमेरिका से स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप मजबूत करने का मौका होगा
  • पीएम मोदी अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा करेंगे

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन दिनों के अमेरिका दौरे के लिए रवाना हो गए हैं. इस दौरान वो क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे साथ ही संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को भी संबोधित करेंगे. अमेरिका दौरे पर रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि ये दौरा अमेरिका से स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप मजबूत करने का मौका होगा. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और आपसी हितों के क्षेत्रीय और ग्लोबल मुद्दों पर बातचीत होगी. पीएम मोदी अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ विज्ञान और टेक्नोलॉजी के सेक्टर में सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा करेंगे. 

क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के अलावा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा के साथ व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे. ये सम्मेलन इस साल मार्च में हुए वर्चुअल शिखर सम्मेलन के नतीजों का जायजा लेने का अवसर भी है. अपने दौरे के आखिरी दिन 25 सितंबर को पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे, जिसमें कोरोना महामारी, आतंकवाद से निपटने की जरूरतों, जलवायु परिवर्तन समेत अन्य वैश्विक चुनौतियों पर दुनिया के सामने अपनी बात रखेंगे.

क्वॉड की मीटिंग में नई टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्योरिटी, समुद्री सुरक्षा, मानवीय सहायता और डिजास्टर मैनेजमेंट के अलावा क्लाइमेट चेंज जैसे मुद्दे शामिल है. इसमें चीन के रवैये को लेकर किसी कारगर रणनीति पर भी विचार किया जा सकता है, क्योंकि क्वॉड देशों के लिए चीन साझा चुनौती पेश कर रहा है. इस क्षेत्र के छोटे देशों जैसे मलेशिया, फिलीपीन्स, ब्रुनेई और ताइवान के अलावा वो जापान को भी आंख दिखाने की कोशिश कर रहा है. 

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आपको बता दें  कि क्वार्डिलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग यानी क्वाड अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच एक अनौपचारिक रणनीतिक मंच है जो सूचना आदान-प्रदान और सैन्य अभ्यास के जरिए आपसी सुरक्षा के लिए सहयोग करता है. वैसे तो ये असैन्य संगठन है, लेकिन हिंद और प्रशांत महासागर में चीन की हरकतों और विस्तारवादी नीतियों को देखते हुए इन चार देशों का साथ आना काफी अहम माना जा रहा है.