logo-image

फिलिस्तीन के राष्ट्रपति अब्बास ने पीएम मोदी को दिया 'ग्रैंड कॉलर' सम्मान

मोदी ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ बातचीत की और कई समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए।

Updated on: 10 Feb 2018, 05:32 PM

नई दिल्ली:

भारत और फिलिस्तीन के रिश्तों में पीएम मोदी के योगदान को लेकर राष्ट्रपति अब्बास ने उन्हें 'ग्रैंड कॉलर' का सम्मान दिया। यह विदेशी मेहमानों को दिया जाने वाला फिलिस्तीन का सर्वश्रेष्ठ सम्मान है।

इस दौरान मोदी ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ बातचीत की और कई समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, "भारत और फिलिस्तीन के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री के योगदान के लिए, फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने द्विपक्षीय बैठक समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री को 'ग्रैंड कॉलर ऑफ स्टेट ऑफ फिलिस्तीन' सम्मान दिया।"

यह सम्मान विदेशी गणमान्यों- शाह, सरकार और राज्य के प्रमुख या इसी तरह के समान पद के लोगों को दिया जाता है। 

पुरस्कार के साथ दिए गए प्रशस्ति-पत्र के अनुसार, 'यह उनके कुशल नेतृत्व और उनकी उत्कृष्ट राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय छवि को देखते हुए और फिलिस्तीन तथा भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधों को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों को मान्यता है।'

इसे भी पढ़ें: राफेल डील मामले में राहुल ने जेटली पर झूठ बोलने का लगाया आरोप

प्रशस्ति-पत्र के अनुसार, 'क्षेत्र में हमारे लोगों के अधिकार की आजादी और क्षेत्र में शांति बनाए रखने की आजादी को समर्थन देने के लिए हम उनकी सराहना करते हैं।'

इससे पहले दिन में मोदी को यहां राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला फिलिस्तीन दौरा है। 

उन्होंने यहां फिलिस्तीनियन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन के पूर्व अध्यक्ष और फिलिस्तीन के प्रथम राष्ट्रपति यासिर अराफात की मजार पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

दोनों नेताओं के बीच वार्ता के दौरान यहां कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।

और पढ़ें- अयोध्या विवाद सुलझाने में श्री श्री रविशंकर का प्रयास सराहनीय, करेंगे मदद: हाजी महबूब

यह मोदी और अब्बास की चौथी मुलाकाता है। इससे पहले दोनों नेताओं ने वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर मुलाकात की थी।

इसी वर्ष बाद में पेरिस जलवायु सम्मेलन से इतर भी दोनों नेताओं ने मुलाकात की थी। पिछले वर्ष फिलिस्तीनी नेता के भारत दौरे के दौरान दोनों नेताओं के बीच तीसरी मुलाकात हुई थी।

इस दौरे से भारत की उस विदेश नीति के उस रुख की पुष्टि होती है, जिसके तहत भारत का किसी देश के साथ संबंध किसी तीसरे देश के साथ संबंध से मुक्त होता है। मोदी ने पिछले वर्ष जुलाई में केवल इजरायल की यात्रा की थी।

मोदी के पश्चिम एशिया के तीन देशों के दौरे में फिलिस्तीन पहला पड़ाव है, जिसके बाद वह संयुक्त अरब अमीरात(यूएई) और ओमान जाएंगे।

राहुल का पीएम पर हमला, कहा- झूठे सपने दिखाते हैं मोदी