logo-image

इंसान के शरीर में फिट कर दी सूअर की किडनी, परिणाम देख वैज्ञानिक भी हैरान 

मेडिकल साइंस हर रोज नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है. इसके साथ ही नित नए हो रहे प्रयोगों ने भी मानव को चौंकाया है. इस बीच अमेरिका से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है.

Updated on: 21 Oct 2021, 06:16 PM

नई दिल्ली:

मेडिकल साइंस हर रोज नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है. इसके साथ ही नित नए हो रहे प्रयोगों ने भी मानव को चौंकाया है. इस बीच अमेरिका से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां डॉक्टरों ने इंसान के शरीर में सूअर की किडनी का सफल प्रत्यारोपण किया है. जानकारों की मानें तो मेडिकल साइंस में ऐसा चमत्कार पहली बार हुआ है. डॉक्टरों के इस प्रयोग से अमेरिका समेत पूरी दुनिया में किडनी रोग से ग्रसित लोगों में आशा की किरण जगी है. दरअसल, दुनियाभर में किडनी रोग से जुड़े लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिनमें से अधिकांश लोग किडनी ट्रांसप्लांट के इंतजार में हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि किडनी के जितने रोगी हैं, उसके मुकाबले डोनरों की संख्या काफी कम है. 

यह भी पढ़ें: यह क्या बोल गए फारूक अब्दुल्ला...पाकिस्तान को लेकर दे दिया जाने कैसा बयान?

वेबसाइट साइंस अलर्ट डॉट कॉम में लिखी एक रिपोर्ट के अनुसार डॉक्टरों ने किडनी का यह प्रत्यारोपण एक ब्रेन डेड व्यक्ति की बॉडी में किया है. ब्रेन डेड यानी मानसिक रूप से मृत व्यक्ति में इंसान का दिमाग काम करना बंद कर देता है, लेकिन उसके महत्वपूर्ण अंग अपना काम करते रहते हैं. सूअर की किडनी लगाने के बाद डॉक्टरों ने उस शख्स का 54 घंटों तक  परीक्षण किया. जिसमे उन्होंने पाया कि सूअर की किडनी पूरी तरह सामान्य किडनी की तरह काम कर रही है.

यह भी पढ़ें: यूपी मंत्री का चौंकाने वाला बयान- केवल मुट्ठी भर लोग करते हैं पेट्रोल का इस्तेमाल

दरअसल, इस पूरी प्रक्रिया के दौरान सूअर की किडनी को इंसान की बॉडी से अलग रखा गया. इस दौरान डॉक्टरों ने देखा कि यह अपने सामान्य तरीके से काम कर रही है. किडनी मानव शरीर में रक्त से अपशिष्ट तत्वों को फिल्टर कर पेशाब बनाने में सफल हो रही थी. मेडिकल साइंस की लैंग्वेज में किडनी ट्रांसप्लांट की इस प्रक्रिया को एक्सनोट्रांस्प्लांटेशन (xenotransplantation) के  नाम से जाना जाता है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रत्यारोपण की सफलता के बाद अब इंसानों के लिए सूअर की अहमियत काफी बढ़ जाएगी. एक स्टडी के अनुसार अकेले अमेरिका में ही रोजाना किडनी रोग की वजह से 17 लोगों की जान चली जाती है.