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राष्ट्रद्रोह पर फांसी की सजा के खिलाफ लंदन में 'जस्टिस फॉर मुशर्रफ' आंदोलन

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के समर्थकों ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति के साथ अन्याय हुआ है और उच्च राजद्रोह के मामले में उन्हें मृत्युदंड नहीं मिलना चाहिए था.

Updated on: 23 Dec 2019, 12:35 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के समर्थकों ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति के साथ अन्याय हुआ है और उच्च राजद्रोह के मामले में उन्हें मृत्युदंड नहीं मिलना चाहिए था. द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) के कार्यकर्ता परवेज मुशर्रफ के लिए न्याय मांगने और अपने नेता के खिलाफ राजनीति से प्रेरित फैसले के प्रति अपनी निंदा दर्ज कराने के लिए रविवार को लंदन स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के सामने इकट्ठे हुए.

एपीएमएल ओवरसीज के अध्यक्ष अफजल सिद्दीकी की अगुआई में हुए प्रदर्शन में इसमें शामिल हुए लोगों ने मुशर्रफ के समर्थन में नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि पूर्व सैन्य तानाशाह ने पाकिस्तान में बहुत विकास किया था और उनके नेतृत्व में पाकिस्तान को दुनियाभर में सम्मान मिला था. उन्होंने दावा किया कि मुशर्रफ का वर्षो का शासनकाल पाकिस्तान का स्वर्णिम काल था और आतंकवाद के खिलाफ उन्होंने प्रभावी कार्रवाई की थी. उन्होंने कहा कि पूर्व नेता के संबंध में दिया गया विशेष अदालत का फैसला अन्यायपूर्ण है.

गौरतलब है कि इस्लामाबाद के तीन न्यायाधीशों की विशेष कोर्ट ने 17 दिसंबर को पूर्व तानाशाह को मृत्युदंड दिया था. उन पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया था, जो आठ साल के लगभग चला. इस दौरान परवेज मुशर्रफ ने तमाम तरह की चालें चलीं. एक बार तो माफी भी मांगी और अंततः पाकिस्तान छोड़ कर विदेश जा बसे. हालांकि मुशर्रफ के खिलाफ फैसला देने वाले मुख्य न्यायाधीश को इमरान सरकार समेत पाकिस्तान सेना की जबर्दस्त आलोचना का सामना करना पड़ा.