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Denmark को लोगों को लगा बिजली का झटका, 12 महीनों में 83% बढ़े दाम

डेनमार्क में बिजली की कीमत में 2022 की दूसरी और तीसरी तिमाही के बीच 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और 2021 की तीसरी तिमाही के बाद से लगभग 83 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यह जानकारी देश के बिजली आपूर्ति प्राधिकरण ने दी. शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने शुक्रवार को अथॉरिटी के हवाले से यह जानकारी दी, जुलाई 2021 में, टैरिफ, मूल्य वर्धित कर (वैट) और अन्य करों सहित प्रति किलोवाट-घंटे (किलोवॉट) की औसत बिजली कीमत 2.36 डेनिश क्रोनर (डीके) थी और सितंबर 2022 में यह बढ़कर 4.34 डीकेके हो गई.

Updated on: 10 Dec 2022, 12:30 PM

कोपेनहेगन:

डेनमार्क में बिजली की कीमत में 2022 की दूसरी और तीसरी तिमाही के बीच 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और 2021 की तीसरी तिमाही के बाद से लगभग 83 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यह जानकारी देश के बिजली आपूर्ति प्राधिकरण ने दी. शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने शुक्रवार को अथॉरिटी के हवाले से यह जानकारी दी, जुलाई 2021 में, टैरिफ, मूल्य वर्धित कर (वैट) और अन्य करों सहित प्रति किलोवाट-घंटे (किलोवॉट) की औसत बिजली कीमत 2.36 डेनिश क्रोनर (डीके) थी और सितंबर 2022 में यह बढ़कर 4.34 डीकेके हो गई.

विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले एक साल में बिजली की आसमान छूती कीमतें मुख्य रूप से गैस की बढ़ती कीमतों के कारण हैं. डेनमार्क की न्यूज एजेंसी रित्जाउ ने बिजनेस ऑर्गनाइजेशन ग्रीन पावर डेनमार्क के चीफ कंसल्टेंट क्रिस्टियन रून पॉल्सेन के हवाले से कहा, जब गैस की कीमत बढ़ती है तो इसका असर बिजली की कीमत पर भी पड़ता है क्योंकि दोनों के बीच गहरा संबंध है. पॉल्सेन के अनुसार, गैस की कमी से बिजली की कीमत में और वृद्धि हो सकती है.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.