पेन फार्थिंग : काबुल से इंसानों को नहीं कुत्तों-बिल्लियों को सुरक्षित निकालना है पूर्व रॉयल मरीन की चिंता
अफगान सरकार के पतन के बाद फार्थिंग और उनके कर्मचारी अपने परिवारों के साथ-साथ 140 कुत्तों और 60 बिल्लियों को देश से निकालने के लिए अभियान चलाया, जिसे उन्होंने ऑपरेशन आर्क करार दिया है.
highlights
- हवाई अड्डे के बाहर एक यात्रा कंटेनर में 200 कुत्ते और बिल्लियां थे
- पेन फ़र्थिंग ने काबुल में 'नौज़ाद आश्रय' की स्थापना की है
- पेन फ़र्थिंग पूर्व रॉयल मरीन हैं और अफगानिस्तान में 20 वर्ष पहले आये थे
नई दिल्ली:
काबुल हवाई अड्डे पर कुत्तों और बिल्लियों वाली तस्वीर और वीडियो दुनिया भर में चर्चा का विषय है. यह तस्वीर पूर्व रॉयल मरीन पेन फार्थिंग के पालतू जानवरों का है. जो तालिबान के नियंत्रण के बाद अपने देश सुरक्षित निकलने के लिए काबुल एयरपोर्ट पर अपनी उड़ान का इंतजार कर रहे थे. काबुल हवाईअड्डे के बाहर एनिमल रेस्क्यू चैरिटी बॉस पेन फार्थिंग एक कार में इंतजार कर रहे थे जब वहां अराजकता फैल गई. काबुल हवाई अड्डे पर संदिग्ध आत्मघाती बम विस्फोट के प्रत्यक्षदर्शी रहे पशु चैरिटी बॉस ने कहा कि उनके वाहन को एके-47 चलाने वाले बंदूकधारी ने निशाना बनाया और उनके ड्राइवर को लगभग 'सिर में गोली मार दी गई'.
पेन फ़र्थिंग, जिन्होंने काबुल में 'नौज़ाद आश्रय' की स्थापना की है, के पास हवाई अड्डे के बाहर एक यात्रा कंटेनर में 200 कुत्ते और बिल्लियां थे, जो कि एक निकासी उड़ान में सवार होने की प्रतीक्षा कर रहे थे.
एयरपोर्ट पर विस्फोट के वक्त पूर्व रॉयल मरीन एक कार में सवार थे. उन्होंने कहा, 'अचानक हमें गोलियों की आवाज सुनाई दी और हमारे वाहन को निशाना बनाया गया, अगर हमारे ड्राइवर ने मुड़कर नहीं देखा होता तो उसे एके-47 से लैस व्यक्ति सिर में गोली मार देता.
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इसके बाद पेन फार्थिंग ने कहा कि 'हम हवाई अड्डे में हैं, और हवाई अड्डे से वापस आ गए हैं; पूरी बात गड़बड़ है. इस समय मैं और कुछ नहीं कह सकता, मुझे यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि जानवर और हर कोई सुरक्षित है.'
दो अलग-अलग विस्फोटों ने काबुल को हिलाकर रख दिया है, जिसमें बच्चों और तीन अमेरिकी सैनिकों सहित सैकड़ों लोग हताहत हुए हैं.
हमले की खबर सामने आने से पहले, रक्षा सचिव बेन वालेस ने फार्थिंग के समर्थकों को यह दावा करने के लिए फटकार लगाई कि उन्होंने जानवरों को बचाने के लिए एक उड़ान को अवरुद्ध कर दिया था. उस समय यह कहा गया कि इंसानों के लिए तो जहाज मिल नहीं रहे हैं और फार्थिंग जानवरों को बचाने के लिए जहाज का इस्तेमाल कर रहे हैं.
अफगान सरकार के पतन के बाद फार्थिंग और उनके कर्मचारी अपने परिवारों के साथ-साथ 140 कुत्तों और 60 बिल्लियों को देश से निकालने के लिए अभियान चलाया, जिसे उन्होंने ऑपरेशन आर्क करार दिया है.
काबुल एयरपोर्ट पर विस्फोट के बाद फार्थिंग ने काबुल हवाई अड्डे में अपने 'सुरक्षित मार्ग' को सुनिश्चित करने के लिए ट्वीट किया. तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन को संबोधित करते हुए फार्थिंग ने कहा: 'प्रिय महोदय; मेरी टीम और मेरे जानवर एयरपोर्ट सर्कल में फंस गए हैं. हम एक उड़ान की प्रतीक्षा कर रहे हैं. क्या आप कृपया हमारे काफिले के लिए हवाई अड्डे में सुरक्षित मार्ग की सुविधा प्रदान कर सकते हैं?
'हम एक एनजीओ हैं जो अफगानिस्तान वापस आएंगे लेकिन अभी मैं सभी को सुरक्षित बाहर निकालना चाहता हूं.'
उन्होंने कहा: 'हम यहां 10 घंटे से हैं, यह आश्वासन दिए जाने के बाद कि हमारे पास सुरक्षित मार्ग होगा. सच में अब घर जाना चाहेंगे. आइए साबित करें कि आईईए एक अलग रास्ता अपना रहा है.'
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