logo-image

इमरान के नए पाकिस्तान में जमकर भ्रष्टाचार, कई करीबी शामिल

पेंडोरा पेपर्स (Pandora papers) के लीक दस्तावेजों से पता चला है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खासमखास गुट के प्रमुख सदस्यों समेत करीबी रिश्तेदारियों के पास लाखों डॉलर की ब्लैकमनी है.

Updated on: 04 Oct 2021, 07:54 AM

highlights

  • नए पाकिस्तान में आवाम हैरान-परेशान, खास हो गए मालामाल
  • इमरान खान के कई मंत्री और करीबी टैक्स चोरी में शामिल मिले
  • पेंडोरा पेपर्स लीक से भ्रष्टाचार का खुलासा, वजीर-ए-आजम कठघरे में 

इस्लामाबाद:

लगभग दो साल पहले नए पाकिस्तान के बड़े-बड़े वादे कर सत्ता में आए क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने इमरान खान (Imran Khan) की कलई खुल गई है. पनामा पेपर लीक के लगभग पांच साल बाद सामने आए पेंडोरा पेपर्स (Pandora papers) के लीक दस्तावेजों से पता चला है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खासमखास गुट के प्रमुख सदस्यों समेत करीबी रिश्तेदारियों के पास लाखों डॉलर की ब्लैकमनी है. इन लोगों में इमरान सरकार के कई कैबिनेट मंत्री, उनके परिवार और प्रमुख वित्तीय समर्थकों समेत लगभग 700 लोग शामिल हैं, जिनके पास कई तरह की कंपनियां और ट्रस्ट हैं.

जिन लोगों की संपत्ति का खुलासा हुआ है उनमें खान के वित्त मंत्री शौकत फैयाज अहमद तारिन और उनका परिवार और खान के वित्त और राजस्व के पूर्व सलाहकार वकार मसूद खान के बेटे शामिल हैं. रिकॉर्ड में एक शीर्ष पीटीआई डोनर आरिफ नकवी के अवैध लेनदेन का भी पता चला है, जो हाल-फिलहाल अमेरिका में धोखाधड़ी के आरोपों का सामना कर रहा है. लीक पेपर्स बताते हैं कि कैसे इमरान खान के एक प्रमुख राजनीतिक सहयोगी चौधरी मूनिस इलाही ने कथित रूप से भ्रष्ट व्यापार सौदे से आय को एक गुप्त ट्रस्ट में डालने की योजना बनाई. इस तरह उन्होंने उस बड़ी रकम को पाकिस्तान के कर अधिकारियों से छुपाया. इलाही ने टिप्पणी के लिए आईसीआईजे के बार-बार अनुरोध का जवाब नहीं दिया।

एक परिवार के प्रवक्ता ने रविवार को आईसीआईजे के मीडिया भागीदारों से कहा, राजनीतिक उत्पीड़न के कारण भ्रामक व्याख्याएं और डेटा को नापाक कारणों से फाइलों में प्रसारित किया गया है. परिवार की संपत्ति लागू कानून के अनुसार घोषित की जाती है. रहस्योद्घाटन पेंडोरा पेपर्स का हिस्सा हैं, जो छायादार अपतटीय वित्तीय प्रणाली की एक नई वैश्विक जांच है जो बहुराष्ट्रीय निगमों, अमीर, प्रसिद्ध और शक्तिशाली को करों से बचने और अन्यथा अपने धन की रक्षा करने की अनुमति देता है. जांच 14 अपतटीय सेवा फर्मों की 1.19 करोड़ से अधिक गोपनीय फाइलों पर आधारित है जो इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स को लीक हुई और दुनियाभर के 150 समाचार संगठनों के साथ साझा की गई.

पेंडोरा पेपर्स की जांच में नागरिक सरकार और सैन्य नेताओं को उजागर किया गया है जो व्यापक गरीबी और कर से बचने वाले देश में बड़ी मात्रा में धन छुपा रहे हैं. नए लीक हुए रिकॉर्ड से पता चलता है कि पाकिस्तान के कुलीनों लोगों ने दूसरे देशों की वित्तीय संस्थाओं को अपना ठिकाना बनाया. गौरतलब है कि पनामा पेपर्स के निष्कर्षों की वजह से नवाज शरीफ का पतन हुआ और तीन साल पहले इमरान खान को सत्ता में लाने में मदद मिली. अब पेंडोरा पेपर्स सामने आने के बाद इमरान खान ने दावा किया है कि जिन लोगों का नाम नई लिस्ट में आए हैं, उनकी जांच की जाएगी. साथ ही दोषी पाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.