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पाकिस्तान की 2028-29 तक जलविद्युत हिस्सेदारी को दोगुना करने की योजना

पाकिस्तान की 2028-29 तक जलविद्युत हिस्सेदारी को दोगुना करने की योजना

Updated on: 30 Apr 2022, 05:25 PM

इस्लामाबाद:

पाकिस्तान के जल और बिजली विकास प्राधिकरण (डब्ल्यूएपीडीए) ने देश की बिजली आपूर्ति में जलविद्युत ऊर्जा हिस्सेदारी को मौजूदा 9,406 मेगावाट से बढ़ाकर 2028-29 तक 20,591 मेगावाट करने की योजना तैयार की है। मीडिया ने शनिवार को सूचना दी।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने देश की राज्य समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान के हवाले से बताया कि जलविद्युत को दो चरणों में जोड़ा जाएगा।

पहले चरण में पनबिजली ऊर्जा का हिस्सा 2025 तक 9,406 मेगावाट से बढ़ाकर 12,366 मेगावाट किया जाएगा और अगले चरण में इसे 20,591 मेगावाट तक बढ़ाया जाएगा।

रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में, कुल ऊर्जा मिश्रण में पनबिजली ऊर्जा का हिस्सा 37 अरब यूनिट की वार्षिक बिजली बिजली उत्पादन के साथ 31 प्रतिशत है।

डब्ल्यूएपीडीए, अपनी बिजली उत्पादन योजना के तहत, कम लागत वाली पनबिजली ऊर्जा की 17 अरब यूनिट जोड़ेगी, जिससे वर्ष 2025 तक इकाइयों की संख्या 37 से बढ़कर 54 अरब हो जाएगी और अन्य 27 अरब पनबिजली इकाइयों को वर्ष 2028-29 तक 54 से 81 अरब यूनिट तक बढ़ाया जाएगा।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.