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दुनियावालों! हमें भूखे मरने से बचा लो, पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने की अपील

कर्ज के जाल में फंसा पाकिस्तान (Pakistan) अब भूखमरी से जूझ रहा है. कोरोना वायरस (Coronavirus) की मुसीबत के चलते वहां सभी काम-धंधे बंद हैं, जिससे अब भुखमरी की नौबत आ गई है.

Updated on: 13 Apr 2020, 09:42 AM

नई दिल्‍ली:

कर्ज के जाल में फंसा पाकिस्तान (Pakistan) अब भूखमरी से जूझ रहा है. कोरोना वायरस (Coronavirus) की मुसीबत के चलते वहां सभी काम-धंधे बंद हैं, जिससे अब भुखमरी की नौबत आ गई है. इसी को देखते हुए पाकिस्‍तान के पीएम इमरान खान (Imran Khan) ने देश और दुनिया से अपील करते हुए एक संदेश जारी किया. संदेश के माध्‍यम से इमरान खान ने पाकिस्‍तानियों को भुखमरी से बचाने की अपील की है. हालांकि इमरान खान की यह अपील कोरोना के बहाने कर्ज माफ़ कराने की एक चाल भी मानी जा रही है.

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इमरान ने वीडियो संदेश में दुनिया के वित्तीय संस्थानों से अपील करते हुए कहा, ''इस संकट की घड़ी में पाकिस्तान जैसे कर्ज में डूबे देशों के लिए एक अभियान चलाना चाहिए. इस अभियान के तहत विकासशील देशों का कर्ज माफ़ किया जाना चाहिए. पाकिस्तान जैसी कर्ज में डूबी अर्थव्यवस्थाएं कोरोना महामारी से मुकाबला करने में वित्तीय तौर पर सक्षम नहीं हैं. दुनिया की बड़ी संस्थाओं को इन देशों की मदद के लिए आगे आना चाहिए और कर्जमाफी का अभियान शुरू करना चाहिए.''

कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान ने पीएम नरेंद्र मोदी के बनाए सार्क कोविड-19 फंड (Covid-19 Fund) से कोरोना से लड़ाई के नाम पर पैसे मांगे थे और अब इमरान खान ने विश्व समुदाय से गुहार लगाई है कि जल्दी पाकिस्तान की मदद नहीं की गई तो लोग कोरोना नहीं, बल्कि भूख से मरना शुरू हो जाएंगे. इमरान खान ने कहा कि वह यूनाइटेड नेशंस (United Nations) के जनरल सेक्रेटरी (General Secretary) से यह गुजारिश करते हैं कि कोरोना वायरस की चुनौतियों से बाहर निकालने के लिए कुछ करें.

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इमरान ने यह भी कहा, मैं वैश्विक समुदाय से अपील कर रहा हूं कि कोविड-19 (Covid-19) के खिलाफ लड़ाई में दो नीतियां अपनाई जा रही हैं. विकसित देश पहले अपने यहां पर लॉकडाउन कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और इस लॉकडाउन से हुए वित्तीय नुक्सान से निपटने के लिए अर्थव्यवस्था में पैसा लगा रहे हैं. लेकिन पाकिस्तान जैसे विकासशील देश ये सब करने में समर्थ नहीं हैं और यहां लॉकडाउन की वजह से अब भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं.