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पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने लगवायी चीन की कोरोना वैक्सीन

टीका लगवाने के बाद अल्वी ने कहा कि पाक सरकार टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी तंत्र अपना रही है. आजकल पाकिस्तान में महामारी की तीसरी लहर चल रही है. लोगों को मास्क पहनने, अपने हाथों को बार-बार धोने के साथ-साथ सामाजिक दूरी बनाए रखनी चाहिए.

Updated on: 16 Mar 2021, 09:26 PM

highlights

  • पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने ली चीनी वैक्सीन
  • पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के मामलेे
  • 60 साल से ऊपर के लोगों को दी जा रही है वैक्सीन

 

नई दिल्ली:

15 मार्च को पाकिस्तान स्थित चीनी दूतावास से मिली खबर के अनुसार, पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के स्थायी सचिव ने पुष्टि की कि उस दिन इस्लामाबाद में राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने चीनी कोरोना वैक्सीन लगवायी. टीका लगवाने के बाद अल्वी ने कहा कि पाक सरकार टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी तंत्र अपना रही है. आजकल पाकिस्तान में महामारी की तीसरी लहर चल रही है. लोगों को मास्क पहनने, अपने हाथों को बार-बार धोने के साथ-साथ सामाजिक दूरी बनाए रखनी चाहिए. टीका सुरक्षात्मक भूमिका निभा सकता है, लेकिन टीका लगने के बाद महामारी की रोकथाम के उपायों का भी पालन किए जाने की आवश्यकता है.

चीन से टीका प्राप्त करने के बाद पाकिस्तान ने फरवरी की शुरूआत में टीकाकरण अभियानशुरू किया और पहले समूह में चिकित्सा कर्मचारियों को टीके लगाए गए. 10 मार्च को पाकिस्तान ने 60 से अधिक की उम्र के लोगों को वैक्सीन देनी शुरू की. आपको बता दें कि इसके पहले भारत भी पाकिस्तान की मदद के लिए कोरोना वैक्सीन की खेप भेजेगा. पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उत्पादित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड (Covishield) गावी (वैक्सीन और टीकाकरण के लिए वैश्विक गठबंधन) के जरिये पाकिस्तान पहुंचेगी. इस वैक्सीन की मदद से पाकिस्तान अपनी 4.5 करोड़ आबादी के लिए टीकाकरण शुरू करेगा. 

पाकिस्तान का टीकाकरण कार्यक्रम मुफ्त वैक्सीन पर निर्भर
स्वास्थ्य मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआइएच) के अधिकारियों ने पीएसी को बताया कि पाकिस्तान का टीकाकरण कार्यक्रम मुख्य तौर पर गावी के जरिये मिलने वाली मुफ्त वैक्सीन पर निर्भर है, क्योंकि चीन निर्मित वैक्सीन कैनसिनो की कीमत पाकिस्तानी मुद्रा में प्रति व्यक्ति करीब दो हजार रुपये (13 डॉलर) पड़ेगी. ऐसे में गंभीर आर्थिक संकट से दो-चार हो रहा पाकिस्तान इतना खर्च करने की स्थिति में नहीं है. यदि निजी स्तर पर भी टीकाकरण अभियान को बढ़ाया जाए, तो आसमान छूती महंगाई के बीच बड़ी आबादी कोरोना वैक्सीन से वंचित ही रह जाएगी.

पाकिस्तान में एक पखवाड़े में बढ़े 50 फीसदी मामले
जनवरी माह अंत में कोरोना प्रतिबंधों में नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर की ओर से ढील दिये जाने के कारण पाकिस्तान में पिछले पखवाड़े कोरोना वायरस मामलों में 50 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्ज की गयी है. इसके बाद 24 फरवरी को, एनसीओसी ने व्यावसायिक गतिविधियों, स्कूलों, कार्यालयों और अन्य कार्यस्थलों पर अधिकांश कोरोनो वायरस संबंधी प्रतिबंधों की छूट की घोषणा की, ताकि वे पूरी ताकत के साथ काम कर सकें. इसके बाद विगत दिनों दो हफ्तों से भी कम समय में कोरोना संक्रमण के मामले लगभग 50 प्रतिशत बढ़े हैं.