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पाकिस्तान के पीएम इमरान खान नहीं सुधरने वाले, फिर CAA में अपनी नाक घुसेड़ी

आशंका जताई कि भारत घरेलू परिस्थितियों से ध्यान भटकाने के लिए उसके खिलाफ छद्म कार्रवाई कर सकता है. इसके साथ ही वह गीदड़भभकी देने से नहीं चूके कि पाकिस्तान ऐसी किसी भी कार्रवाई का मुहंतोड़ जवाब देगा.

Updated on: 22 Dec 2019, 07:55 AM

highlights

  • खान ने कहा भारत में जिस तरह विरोध-प्रदर्शन बढ़ रहा है, उससे पाकिस्तान पर भी खतरा बढ़ा.
  • मोदी सरकार में भारत फासीवादी विचारधारा के साथ हिंदू राष्ट्र की ओर से बढ़ रहा है.
  • जनरल बिपिन रावत की नियंत्रण रेखा पर हालात को लेकर की गई टिप्पणी से पाकिस्तान की चिंता बढ़ी.

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत के अंदरूनी मसले को मुद्दा बनाते हुए दुष्प्रचार किया है. उन्होंने शनिवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर आशंका जताई कि भारत घरेलू परिस्थितियों से ध्यान भटकाने के लिए उसके खिलाफ छद्म कार्रवाई कर सकता है. इसके साथ ही वह गीदड़भभकी देने से नहीं चूके कि पाकिस्तान ऐसी किसी भी कार्रवाई का मुहंतोड़ जवाब देगा. खान ने कहा कि मोदी सरकार में भारत फासीवादी विचारधारा के साथ हिंदू राष्ट्र की ओर से बढ़ रहा है.

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CAA पर उठाई अंगुली
उन्होंने भारत में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में कहा, 'वे सभी भारतीय जो बहुलवादी भारत चाहते हैं, वे संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और यह अब जनआंदोलन बनता जा रहा है.' खान ने कहा कि भारत में जिस तरह से विरोध-प्रदर्शन बढ़ रहा है, उससे पाकिस्तान पर खतरा भी बढ़ रहा है और भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत की नियंत्रण रेखा पर हालात को लेकर की गई टिप्पणी से छद्म कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान की चिंता भी बढ़ गई है.

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फिर दी गीदड़भभकी
गौरतलब है कि जनरल रावत ने बुधवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर से लगते नियंत्रण रेखा पर कभी भी तनाव बढ़ सकता है और सेना इसके लिए तैयार है. उनकी टिप्पणी अगस्त में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निष्क्रिय करने के बाद पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा पर लगातार किए जा रहे संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं की पृष्ठभूमि में आई है. खान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चेतावनी दी कि अगर नई दिल्ली उसके खिलाफ काई कार्रवाई करता है, तो पाकिस्तान के पास भारत को जवाब देने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा.

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अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चेताया
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'मैं इस बारे में कुछ समय से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चेताता रहा हूं और फिर दोहराता हूं कि अगर भारत अपने घरेलू अव्यवस्था से ध्यान भटकाने और हिंदू राष्ट्रवाद के लिए युद्ध आक्रमकता को बढ़ावा देता है तो पाकिस्तान के पास माकूल जवाब देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.' इससे पहले पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने जनरल रावत की टिप्पणी को घरेलू मामले से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भटकाने की कोशिश करार दिया था. उल्लेखनीय है कि अनुच्छेद-370 के तहत जम्मू-कश्मीर को मिले विशेष राज्य के दर्जे को खत्म करने के बाद से ही भारत और पाकिस्तान में तनाव चरम पर है.