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अमेरिका ने रोकी सैन्य मदद, पाकिस्तानी PM ने बुलाई कैबिनेट और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक

आतंक को समर्थन दिए जाने के मामले में अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य मदद दिए जाने पर रोक लगाए जाने के बाद इस्लामाबाद में हड़कंप की स्थिति है।

Updated on: 02 Jan 2018, 06:25 PM

नई दिल्ली:

आतंक को समर्थन दिए जाने के मामले में अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य मदद दिए जाने पर रोक लगाए जाने के बाद इस्लामाबाद में हड़कंप की स्थिति है।

अमेरिका के 25.5 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद पर रोक लगाए जाने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कैबिनेट और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक कर रहे हैं। 

कैबिनेट की बैठक आज होगी, जबकि राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक कल होगी। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक दोनों बैठकों में ट्रंप की सख्त टिप्पणी मुख्य एजेंडा होगा।

प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी इस बैठक में अमेरिका को जवाब दिए जाने की रणनीति पर विमर्श किया जा रहा है। 

प्रधानमंत्री कार्यालय के मीडिया विंग ने कहा कि चर्चा में विदेश मंत्री, आतंरिक मंत्री, रक्षा मंत्री, सेवा प्रमुखों के अलावा वरिष्ठ नागरिक और सैन्य अधिकारी शामिल होंगे।

एक जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा था कि अमेरिका मूर्खतापूर्वक 15 सालों तक पाकिस्तान को मदद देता गया, जबकि वह (पाकिस्तान) अफगानिस्तान के आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराता रहा।

इसके साथ ही ट्रंप ने आतंक को समर्थन देने का आरोप लगाते हुए पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य मदद रोके जाने की चेतावनी दी थी।

ट्रंप ने कहा था, 'पिछले 15 सालों के दौरान अमेरिका ने पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर की मदद दी और बदले में उसे आतंक की लड़ाई के नाम पर केवल 'झूठ' ही मिला।'

ट्रंप ने कहा, 'वह उन आतंकियों को सुरक्षित पनाहगार देते हैं, जिन्हें हम मामूली मदद के साथ अफगानिस्तान में मारते हैं।' 

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सैन्य मदद रोके जाने के फैसले के बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि जब तक पाकिस्तान अपने बर्ताव में बदलाव नहीं करता है, तब तक उसे अमेरिका की तरफ से सैन्य मदद नहीं दी जाएगी।

ट्रंप के इस ट्वीट के बाद पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय ने पलटवार करते हुए कहा था उसे भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका से केवल 'अविश्वास' ही मिला।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, 'हम राष्ट्रपति ट्रंप के आरोपों का इंशाअल्लाह जल्द ही जवाब देंगे। हम दुनिया को सच बताएंगे। जो सच और कल्पना का फर्क होगा।'

इससे पहले अगस्त में भी ट्रंप ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया था।

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 HIGHLIGHTS

  • अमेरिका के सैन्य मदद रोके जाने पर इस्लामाबाद में हड़कंप
  • पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने बुलाई कैबिनेट और राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक