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अमेरिका से बातचीत जारी रखेगा पाकिस्तान (सांकेतिक चित्र)
पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जांजुआ ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ जितना संभव होगा बातचीत जारी रखेगा क्योंकि अमेरिका न सिर्फ वैश्विक शक्ति है बल्कि इस क्षेत्र में उसकी सशक्त मौजूदगी है।
कराची में इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (आईबीए) में 'पाकिस्तान की विदेश नीति मुद्दे' पर एक व्याख्यान देते हुए जांजुआ ने कहा, 'हम अमेरिका की तरफ से होने वाली सभी बयानबाजी पर एक सही प्रतिक्रिया रखने की जरूरत है।'
एक प्रश्न के जवाब में जांजुआ ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक जनवरी का ट्वीट अच्छी तरह से सोचकर किया हो सकता या वह सिर्फ आवेग में किया गया हो सकता है या इसकी वजह कोई अन्य कारण भी हो सकता है।
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उन्होंने कहा, 'एक जनवरी को आए ट्वीट की कई वजह हो सकती हैं। हम इसके विश्लेषण की कोशिश में जुटे हैं कि यह ट्वीट क्यों किया गया। इसका कारण उन्हें सुबह दी गई कोई जानकारी भी हो सकता है?'
अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन की निगरानी सूची पर रखे जाने के सवाल पर जंजुआ ने कहा कि इसके राजनीतिक कारण हैं क्योंकि हमारे ठीक पड़ोस (भारत) में मुस्लिमों और अल्पसंख्यकों की भीड़ द्वारा पीट पीटकर हत्या की जा रही है, लेकिन कोई इस पर ध्यान नहीं दे रहा।
बता दे कि अभी हाल ही में अमेरिका ने पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता के रूप में दी जाने वाली 2 अरब अमेरिकी डॉलर की राशि पर रोक लगा दी थी।
गौरतलब है कि ट्रंप ने 2018 के पहले दिन अपने पहले ट्वीट में पाकिस्तान पर धोखे और विश्वासघात का आरोप लगाया और इस्लामाबाद को दी जाने वाली सभी मदद रोक दी। ट्रंप ने कहा था कि जिन आतंकियों को हम अफगानिस्तान में ढूंढ रहे हैं, उन्हें पाकिस्तान ने अपने यहां सुरक्षित आश्रय दे रखा है।
ट्रंप ने कहा था कि पिछले 15 सालों के दौरान अमेरिका ने पाकिस्तान को 33 अरब डॉलर की मदद दी और बदले में उसे आतंक की लड़ाई के नाम पर केवल 'झूठ' ही मिला।
इनपुट आईएएनएस से
Source : IANS