/newsnation/media/post_attachments/images/2024/03/24/isaq-dar-65.jpg)
mohammad ishaq dar( Photo Credit : social media)
कर्ज में डूबा पाकिस्तान अब इससे उबरने की कोशिश में लगा है. अब उसे भारत की याद आ रही है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार का कहना है कि पाकिस्तान भारत के साथ अगस्त 2019 से निलंबित व्यापार संबंधों को बहाल करने को लेकर गंभीरता से विचार कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ब्रुसेल्स में परमाणु ऊर्जा शिखर सम्मेलन (Nuclear Energy Summit) में शामिल होने को लेकर लंदन पहुंचे थे. उन्होनें भारत को लेकर ये टिप्पणी की. उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार को दोबारा शुरू करने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा, पाकिस्तानी कारोबारी भारत के साथ दोबारा व्यापार आरंभ करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ व्यापारिक संबंध बनाने पर विचार कर रहा है.
ये भी पढ़ें: केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में 31 मार्च को मेगा रैली, दिल्ली के रामलीला मैदान में होगी रैली
कैसे बिगड़े ये रिश्ते
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हम भारत के साथ व्यापार के मामलों की गंभीरता से निरीक्षण करेंगे. भारत सरकार संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिलने के बाद पाकिस्तान ने नई दिल्ली के साथ अपने राजनयिक संबंधों को कम किया था. हालांकि ऐसा कहा जा रहा है कि भारत के जम्मू-कश्मीर पर लिए निर्णय ने दोनों देशों के बीच रिश्ते को कमजोर किया है.
क्या बोले जयशंकर
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय सिंगापुर के दौर पर हैं. यहां पर उन्होनें पाकिस्तान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत अब आतंकवाद के मामले को नजरअंदाज नहीं करने वाला है. एस जयशंकर के अनुसार, हर देश ये चाहत रखता है कि उसका पड़ोसी देश से रिश्ते बेहरत हो सके. मगर भारत का ये दुर्भाग्य है. उसका पड़ोसी पाकिस्तान है. इस तरह के पड़ोसी से किस तरह से निपटें जो इस तथ्य को नहीं छिपाता है कि वो आतंकवाद को शासन के साधन के रूप में उपयोग करे.
पीएम मोदी ने दी बधाई
दोनों देश फरवरी 2021 में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर 2003 के युद्धविराम समझौते को दोबारा से बहाल करने पर सहमत हुए. हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में शहबाज शरीफ को पाकिस्तान सरकार का पीएम बनने पर बधाई दी. शरीफ ने कुछ दिन बाद उसी पोस्ट के जवाब में मोदी को उनका आभार व्यक्त किया. शरीफ की गठबंधन वाली सरकार 8 फरवरी के चुनावों के बाद सत्ता में आई लेकिन उसने अपने कार्यकाल की शुरुआत गिरती अर्थव्यवस्था के संग की .
Source : News Nation Bureau