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यासीन मलिक की सजा पर बौखलाया पाकिस्तान, दुनिया से की ये अपील

प्रतिबंधित संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख यासीन मलिक की सजा का कोर्ट में लिखा जा रहा है. टेरर फंडिंग मामले में दिल्ली के एनआईए कोर्ट ने पिछले गुरुवार को ही दोषी ठहरा दिया था.

Updated on: 25 May 2022, 04:55 PM

नई दिल्ली:

प्रतिबंधित संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख यासीन मलिक की सजा का कोर्ट में लिखा जा रहा है. टेरर फंडिंग मामले में दिल्ली के एनआईए कोर्ट ने पिछले गुरुवार को ही दोषी ठहरा दिया था. थोड़ी देर में कोर्ट की ओर से सजा का ऐलान कर दिया जाएगा. NIA ने यासीन मलिक के लिए फांसी की मांग की है. यासीन मलिक की सजा पर पूरा पाकिस्तान तिलमिलाया है. पाकिस्तान ने कहा कि दुनिया मोदी सरकार को रोको. 
 
यासीन मलिक के समर्थन में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने ट्वीट कर कहा कि विश्व को जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक कैदियों के साथ भारत सरकार के दुर्व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए. फर्जी आतंकवाद के आरोपों में यासीन मलिक को दोषी ठहराना भारत में मानवाधिकार के हनन की आलोचना करने वाली आवाजों को चुप कराने का निरर्थक प्रयास है. इसके लिए मोदी सरकार को दोषी ठहराया जाना चाहिए.

यासीन मलिक को लेकर पाक के पूर्व पीएम इमरान खान ने ट्वीट किया है. उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं कश्मीरी नेता यासीन मलिक के खिलाफ मोदी सरकार की फासीवादी नीति की निंदा करता हूं. इसमें यासीन को अवैध रूप से जेल में डालने से लेकर फर्जी आरोपों में उन्हें सजा देना शामिल है. भारत अधिकृत कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हिंदुत्व फासीवादी मोदी सरकार के राज्य पोषित आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट किया है कि यासीन मलिक को भारत ने झूठे आरोपों में फंसाया है. मैं मनगढ़ंत आरोपों में यासीन मलिक को भारत की अदालत की ओर से गलत तरीके से दोषी ठहराए जाने की कड़ी निंदा करता हूं. भारत अधिकृत जम्मू-कश्मीर के हुर्रियत नेताओं के बीच प्रमुख आवाज  यासीन मलिक हैं. दशकों से भारत की ओर से उनका उत्पीड़न किया जा रहा है और इस तरह से उनके दृढ़ संकल्प को नहीं हिलाया जा सकता है.

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सांसद नाज बलोच ने कहा कि यूएन को फासीवादी मोदी सरकार द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन पर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए. झूठे आरोप में यासीन मलिक को सजा देना मानवता के खिलाफ अपराध है. आत्मनिर्णय के अधिकार को उनका शांतिपूर्ण संघर्ष प्रेरणादायी है.

इमरान सरकार में सूचना मंत्री रहे चौधरी फवाद हुसैन ने यासि मलिक को अपना हीरो बताते हुए ट्वीट किया कि PTI यासीन मलिक की सजा की निंदा करती है. हर स्वतंत्रता सेनानी के साथ पाकिस्तान के लोग खड़े हैं और मलिक हमारे हीरो रहेंगे.