अमेरिका, ब्रिटेन जैसे कई देशों ने भारत की न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (एनएसजी) में सदस्यता के लिए हामी भरी है। जिससे पाकिस्तान घबराया हुआ है। पाकिस्तान को डर है कि ताकतवर देश भारत के पक्ष में होने के लिए दबाव बना सकते हैं। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने माना कि छोटे देशों पर दबाव बनाया जा रहा है।
पाकिस्तान भी एनएसजी में एंट्री के लिए दावेदारी जता रहा है। पाक अधिकारियों को इस बात की चिंता है कि शक्तिशाली देश भारत के साथ खड़े दिख रहे हैं। ऐसी स्थिति में वे एनएसजी में एंट्री की कसौटियों से भारत को मुक्त रखने के लिए छोटे देशों पर दबाव बना सकते हैं।
पाकिस्तान को ऐसी आशंका है कि अगर एनएसजी में उसके और भारत के आवेदन के बीच भेदभाव हुआ तो दक्षिण एशिया में रणनीतिक संतुलन बिगड़ सकता है।
हालांकि पाकिस्तानी विदेश विभाग के अधिकारी कामरान अख्तर ने कहा, 'पाकिस्तान को भरोसा है कि एनएसजी मुल्क कसौटियों से समझौता नहीं करेंगे।'
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अख्तर ने कहा, 'अगर ऐसा होता है तो सिर्फ पाकिस्तान के लिए इसके परिणाम देखने को नहीं मिलेंगे बल्कि दूसरे गैर-परमाणु हथियार वाले देश भी परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण इस्तेमाल के अपने अधिकार से वंचित होंगे।'
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भारत की NSG में सदस्यता का चीन पाकिस्तान के साथ मिलकर खुलेतौर पर विरोध कर रहा है।
HIGHLIGHTS
- एनएसजी की सदस्यता पर भारत को शक्तिशाली देशो का मिल रहा है साथ
- पाकिस्तान और चीन भारत की एनएसजी की सदस्यता पर जता रहा है विरोध
Source : News Nation Bureau