भारत पर द्विपक्षीय संबंधों को लेकर दरवाजे बंद करने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान ने कहा है कि ये संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्था की नौतिक जिम्मेदारी बनती है कि वो कश्मीर मुददे का समाधान करने और दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में मदद करे।
विदेशी मामलों में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विशेष सहायक सैयद तारिक फातमी ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव पद के लिए निर्वाचित हुये एंतोनियो गुतारेस, उपमहासचिव जेल एलिआसन और राजनीतिक मामलों के अंडर सेक्रेटरी जनरल जेफरी फेल्टमैन से मुलाकात की।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की तरफ से जारी बयान के अनुसार, फातमी ने संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों से शिकायत की है कि भारतीय सुरक्षा बलों ने कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघन, विशेष रूप से नगारिकों के अधिकारों के उल्लंघन के मुददे पर से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान हटाने के लिए नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।
उन्होंने कहा, "भारत ने सभी तरह के द्विपक्षीय संबंधों को लेकर दरवाजे बंद कर दिये हैं। इस स्थिति में, कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन का अंत करने, लंबे समय से जारी इस समस्या का समाधान और दोनों देशों के बीच तनाव को खत्म करने की संयुक्त राष्ट्र की नैतिक जिम्मेदारी है।"
फातमी ने कहा कि इस्लमाबाद को संयुक्त राष्ट्र से यह उम्मीद है कि वह दक्षिण एशियाई क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने और विशेष रूप से जम्मू कश्मीर विवाद का समाधान करने में भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत के साथ पारस्परिक रूप से लाभप्रद संबंध विकसित करने की कोशिश की थी लेकिन भारत ने इस तरह की कोई कोशिश नहीं की और न ही उसने उचित जवाब दिया।
फातमी ने कहा कि कश्मीर में विद्रोह को कुचलने के प्रयास में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हो चुके हैं। अफगानिस्तान के मामले में फातमी ने कहा कि पाकिस्तान इस देश की शांति और स्थिरता के लिए अपनी भूमिका निभाने को तैयार है।
Source : News Nation Bureau