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तुर्की, मलेशिया और पाकिस्तान मिलकर लाएंगे टीवी चैनल, इस्लाम की छवि सुधार मकसद

इमरान खान के मुताबिक पाकिस्तान, तुर्की और मलेशिया की ओर से प्रस्तावित इंग्लिश टीवी चैनल इस्लामोफोबिया (इस्लाम से फैले डर ) का मुकाबला करना और इस्लामिक दुनिया के बारे में गलत धारणाओं को दूर करने के मकसद से आगे बढ़ेगा.

Updated on: 22 Dec 2021, 11:09 AM

highlights

  • दो साल पहले भी पाकिस्तान, तुर्की और मलेशिया ने एक टीवी चैनल शुरू करना चाहा था
  • पाकिस्तान, मलेशिया और तुर्की की सऊदी अरब के समानांतर इस्लामिक नेतृत्व की कोशिश
  • मुस्लिमों को मीडिया में मौका देने और इस्लामोफोबिया से लड़ने का मकसद- इमरान खान

New Delhi:

चीन-पाकिस्तान मीडिया कॉरिडोर के बाद अब तुर्की और मलेशिया के साथ मिलकर इमरान खान एक नया अंतरराष्ट्रीय टीवी चैनल शुरू करने वाले हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के इस फैसले के बारे में रेडियो पाकिस्तान ने ये जानकारी दी है. पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन के हवाले से दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि तीनों देशों के बीच इंफॉर्मेशन और कंटेट शेयरिंग के लिए एक टीवी चैनल शुरू किया जाएगा. हुसैन के मुताबिक पाकिस्तान, मलेशिया और तुर्की समेत बाकी मुस्लिम देशों में भी अतिवाद का खतरा एक बड़ा मुद्दा बन चुका है. नया टीवी चैनल इससे निपटने की जरूरतों में अहम भूमिका अदा करेगा.

इससे दो साल पहले भी पाकिस्तान, तुर्की और मलेशिया ने मिलकर एक टीवी चैनल शुरू करने का फैसला किया था. बाद में तीनों देशों की ये पहल परवान नहीं चढ़ पाई थी. पीएम इमरान खान तब इसका ऐलान किया था कि तुर्की और मलेशिया के साथ मिलकर पाकिस्तान एक इंग्लिश टीवी चैनल की शुरुआत करेगा. पीएम इमरान खान दो साल बाद फिर से अपना पुराना सपना पूरा करने के लिए जोर लगा रहे हैं. इस्लामिक देशों की राजनीति के जानकारों के मुताबिक कई सालों से पाकिस्तान, मलेशिया और तुर्की मिलकर सऊदी अरब के समानांतर इस्लामिक नेतृत्व खड़ा करने की कोशिश में हैं.  इसी मकसद के तहत तीनों देश कतर की फंडिंग से चलने वाले अल जजीरा की तरह एक इंग्लिश टीवी चैनल भी लॉन्च करना चाहते हैं. इसके जरिए अपने मुद्दों को दुनिया के सामने रखेंगे. 

इस्लाम को लेकर फैली गलत धारणाएं दूर करने का दावा

इमरान खान के मुताबिक पाकिस्तान, तुर्की और मलेशिया की ओर से प्रस्तावित इंग्लिश टीवी चैनल इस्लामोफोबिया (इस्लाम से फैले डर ) का मुकाबला करना और इस्लामिक दुनिया के बारे में गलत धारणाओं को दूर करने के मकसद से आगे बढ़ेगा. इमरान खान ने बताया था कि तीन देशों का यह साझा इंग्लिश टीवी चैनल मुस्लिमों को अंतरराष्ट्रीय मीडिया में मौका देगा. इसकी मदद से मुसलमान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस्लामोफोबिया से मुकाबला करने की ताकत पा सकेंगे.

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सलाहदुद्दीन अयूबी पर ड्रामा सीरीज बनाएंगे तुर्की-पाकिस्तान

इससे पहले साल 2021 की शुरुआत में पाकिस्तान और तुर्की ने साझा ऐलान किया था कि वे सलाहदुद्दीन अयूबी की जिंदगी पर एक ड्रामा सीरीज बनाने जा रहे हैं. अय्यूबी ने ही पश्चिम एशिया में अय्यूबिद वंश की स्थापना की थी. इससे पहले एर्तुगरुल गाजी नाम से तुर्की सल्तनत के संस्थापक उस्मान प्रथम के पिता एर्तुगरुल पर एक वेब सीरीज दुनिया भर में दिखाई जा चुकी है. एर्तुगरुल गाजी तुर्की के रिपब्लिक में आधिकारिक टीवी चैनल TRT1 पर प्रस्तुत नाटक दिरिलिस् एरतूगरुल का एक उर्दू अनुवाद है. इसे पाकिस्तान में भी जोर-शोर से दिखाया गया.