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पाकिस्तान ने बाढ़ के बाद नए कर्ज के रूप में अरबों डॉलर की मांग की

विनाशकारी बाढ़ ने पाकिस्तान के आर्थिक संकट को बढ़ा दिया है, जिसके बाद वह अंतरराष्ट्रीय ऋणदाताओं से अरबों डॉलर का ऋण मांगेगा. मीडिया रिपोर्ट में बुधवार को यह जानकारी दी गई. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने द फाइनेंशियल टाइम्स को बताया, हम किसी भी तरह के उपाय (जैसे) पुनर्निर्धारण या स्थगन के लिए नहीं कह रहे हैं. उन्होंने कहा, हम अतिरिक्त धनराशि की मांग कर रहे हैं. जियो न्यूज ने ब्रिटिश प्रकाशन को शरीफ के हवाले से बताया कि सड़क, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे के क्षतिग्रस्त होने या बह जाने के बाद उसी ठीक करने के लिए देश को बड़ी रकम की जरूरत है. रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने यह नहीं कहा है कि पाकिस्तान कितनी राशि की मांग कर रहा है, लेकिन बाढ़ से नुकसान के 30 अरब डॉलर के अनुमान को दोहराया.

Updated on: 19 Oct 2022, 03:16 PM

इस्लामाबाद:

विनाशकारी बाढ़ ने पाकिस्तान के आर्थिक संकट को बढ़ा दिया है, जिसके बाद वह अंतरराष्ट्रीय ऋणदाताओं से अरबों डॉलर का ऋण मांगेगा. मीडिया रिपोर्ट में बुधवार को यह जानकारी दी गई. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने द फाइनेंशियल टाइम्स को बताया, हम किसी भी तरह के उपाय (जैसे) पुनर्निर्धारण या स्थगन के लिए नहीं कह रहे हैं.

उन्होंने कहा, हम अतिरिक्त धनराशि की मांग कर रहे हैं. जियो न्यूज ने ब्रिटिश प्रकाशन को शरीफ के हवाले से बताया कि सड़क, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे के क्षतिग्रस्त होने या बह जाने के बाद उसी ठीक करने के लिए देश को बड़ी रकम की जरूरत है. रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने यह नहीं कहा है कि पाकिस्तान कितनी राशि की मांग कर रहा है, लेकिन बाढ़ से नुकसान के 30 अरब डॉलर के अनुमान को दोहराया.

इस महीने की शुरुआत में, संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान के लिए अपनी मानवीय सहायता अपील को 16 करोड़ डॉलर से पांच गुना बढ़ाकर 81.6 करोड़ डॉलर कर दिया, क्योंकि पानी से होने वाली बीमारियों में वृद्धि और बढ़ती भूख के डर ने अभूतपूर्व बाढ़ के बाद नए खतरे पैदा कर दिए हैं.

यूरोपीय संघ ने भी अपनी बाढ़ सहायता को बढ़ाकर 3 लाख यूरो (29.57 मिलियन डॉलर) कर दिया है.

जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की मुद्रा में गिरावट से आयात, उधार लेने और कर्ज चुकाने की लागत भी बढ़ रही है और इससे पहले से ही कई दशक के उच्च स्तर 27.3 फीसदी पर चल रही मुद्रास्फीति और बढ़ जाएगी.

बाढ़ से अर्थव्यवस्था को अनुमानित 30 अरब डॉलर के नुकसान के साथ-साथ इस्लामाबाद की बाहरी वित्तपोषण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए धन जुटाने की क्षमता के बारे में बढ़ती चिंताओं ने स्थिति को और खराब कर दिया है.

पाकिस्तानी सरकार ने बाढ़ के बाद मलेरिया से बचने के लिए भारत सरकार से 60 लाख मच्छरदानी खरीदने के लिए भारत सरकार से अनुरोध किया है.