gilgit baltistan protest (Photo Credit: file photo)
नई दिल्ली:
China-Pakistan in Gilgit Baltistan: भारत के खिलाफ पाकिस्तान सदियों से साजिश रचता रहा है. इस बार उसने चीन से मिलकर एक बड़ी योजना बनाई है. कर्ज में डूबा पाकिस्तान पीओके के बड़े भाग को चीन को सौंपने की तैयारी कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन के बढ़ते कर्ज को उतारने के लिए पाकिस्तान गिलगित-बालटिस्तान (Gilgit Baltistan) में आने वाली हुंजा घाटी (Hunza Valley) को चीन को पट्टे पर देने की योजना बना रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि इस जगह को पट्टे पर दिया जा रहा है. मगर ड्रैगन के आने के बाद यहां पर स्थितियां पूरी तरह से बदल जाएंगी. यहां पर चीन अपना कब्जा जमना शुरू कर देगा. वैसे भी गिलगित-बाल्टिस्तान में बड़े पैमाने पर खनिजों के खन्न करने की भी अनुमति देने की तैयारी है.
यह ठीक वैसे ही हो रहा है, जब पाकिस्तान ने 1963 में PoK में आने वाली 5 हजार वर्ग किलोमीटर एरिया में फैली शक्सगाम वैली को चीन को गिफ्ट कर दिया था. उस घाटी पर आज भी ड्रैगन का कब्जा है. अब हुंजा घाटी को चीन को दिए जाने की अटकलों के बाद स्थानीय लोगों के विरोध और हिंसा की एक नई लहर शुरू हो गई है.
पाकिस्तान सरकार की योजना से नाराज गिलगित-बालटिस्तान (Gilgit Baltistan) के लोगों का पाकिस्तानी सेना के साथ संघर्ष पिछले कुछ हफ्तों में काफी बढ़ गया है. स्कार्दू में स्थानीय लोगों ने पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों और उनके वाहनों पर पथराव भी किया. लोगों में इस बात को लेकर भी गुस्सा भड़का हुआ है कि पाकिस्तानी सैनिक उनके जनप्रतिनिधियों को सरेआम पीट रहे हैं.
पाकिस्तानी सैनिकों ने बीते माह के अंत में स्थानीय लोगों की आवाज उठाने पर गिलगित-बाल्टिस्तान (Gilgit Baltistan) के पर्यटन और स्वास्थ्य मंत्री राजा नासिर अली खान को बुरी तरह से पीटा गया था. मंत्री ने स्कार्दू रोड पर सेना के अधिग्रहण को लेकर अपना विरोध जताया था. राजा नासिर अली खान पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान के समर्थक रहे हैं.
जनता में विरोध शुरू
घटना 27 अप्रैल, 2022 को हुई थी. इसने सेना के खिलाफ जनता में विरोध शुरू हो गया था. घटना के बाद गुस्साए लोगों ने सेना के अधिकारियों और उनके वाहनों पर जमकर पथराव किया. इस स्थानीय समुदाय ने हाल के दिनों में अलग-अलग मौके पर सेना के खिलाफ विरोध किया है.