पाकिस्‍तान ने जैन मंदिर चौक का नाम बदलकर रख दिया बाबरी मस्जिद चौक

भारत में बाबरी म​स्जिद गिराए जाने के बाद जैन मंदिर चौक को बाबरी मस्जिद चौक कर दिया गया. बलूचिस्तान में हिंदू बाग नाम की जगह मुस्लिम बाग बन गई.

भारत में बाबरी म​स्जिद गिराए जाने के बाद जैन मंदिर चौक को बाबरी मस्जिद चौक कर दिया गया. बलूचिस्तान में हिंदू बाग नाम की जगह मुस्लिम बाग बन गई.

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Drigraj Madheshia
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CAB पर भड़का पाकिस्तान, कहा- इस बिल से पड़ोसी देशों के मामले में दखल की कोशिश

इमरान खान( Photo Credit : फाइल फोटो)

भारत में विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) ने जैन मंदिर चौक को बाबरी मस्जिद चौक कर दिया गया. बलूचिस्तान में हिंदू बाग नाम की जगह मुस्लिम बाग बन गई. पाकिस्तान (Pakistan) में नाम बदलने की परंपरा विभाजन के तुरंत बाद ही शुरू हो गई थी. विभाजन के बाद नए बने इस देश ने ख़ुद को भारतीय विरासत से दूर करने की कोशिश की. वह अपनी नई पहचान बनाने के प्रयास कर रहा था. ख़ासकर एक मुस्लिम देश की पहचान, जो पड़ोसी दक्षिण एशियाई देशों के बजाय अरब देशों के ज़्यादा क़रीब हो.

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इसके कई उदाहरण हैं. जैसे लाहौर से 50 किलोमीटर दूर एक छोटा सा शहर है, जिसे भाई फेरू कहा जाता था. यह एक सिख अनुयायी के नाम पर रखा गया था. कहा जाता है कि सातवें सिख गुरु इस जगह पर आए थे और भाई फेरू की भक्ति देखकर बहुत प्रभावित हुए थे. तब उन्होंने इस जगह का नाम भाई फेरू रख दिया था. मगर, बाद में इसे बदलकर फूल नगर कर दिया गया.

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लाहौर में ऐसी कई जगहें हैं जिनके हिंदू या सिख नाम हैं. जैसे एक इलाका है कृष्ण नगर. इसका नाम बदलकर इस्लामपुर रख दिया गया. भारत में बाबरी म​स्जिद गिराए जाने के बाद जैन मंदिर चौक को बाबरी मस्जिद चौक कर दिया गया. बलूचिस्तान में हिंदू बाग नाम की जगह मुस्लिम बाग बन गई.

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नाम बदलने के बावजूद आम बोलचाल में जगहों के पुराने नाम ही प्रचलित हैं. मगर कई जगहें ऐसी भी हैं, जिनके नाम अभी भी हिंदुओं और सिखों से जुड़े हुए हैं.जैसे लाहौर में या उसके आसपास दयाल सिंह कॉलेज, गुलाब देवी और गंगा राम हॉस्पिटल हैं.

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इसी तरह किला गुज्जर सिंह इलाका, लक्ष्मी चौक, संतनगर और कोट राधा किशन अब भी मौजूद हैं. कराची में गुरु मंदिर चौरंगी, आत्माराम प्रीतमदास रोड, रामचंद्र टेंपल रोड और कुमार स्ट्रीट, बलूचिस्तान में हिंगलाज और ख़ैबर पख़्तूनख़्वा में हरिपुर प्रांत हैं.

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