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पाकिस्तान ने भारत को करतारपुर काॅरिडोर देने से किया इंकार (फोटो-PTI)
पाकिस्तान ने भारत के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, जिसमें कहा गया था कि इस्लामाबाद करतारपुर भारत को दे दे और उसके बदले वह दूसरी जमीन ले ले. यह प्रस्ताव करतारपुर को भारत का हिस्सा बनाने के मकसद से दिया गया था. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने गुरुवार को कहा, 'जमीन अदला-बदली का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है.' उनसे पूछा गया था कि क्या उनका देश अदला-बदली सौदे के तहत करतारपुर की जमीन भारत को सुपुर्द करने पर विचार करेगा.
पाकिस्तान ने नवंबर में बगैर वीजा के भारत के सिखों को नरोवाल जिला स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा की तीर्थयात्रा करने के लिए करतारपुर सीमा खोल दिया.
मालूम हो कि पिछले महीने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने नवजोत सिंह सिद्धू ,सुषमा स्वराज, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और राज्य मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण दिया था. उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू गुरदासपुर जिले के मान गांव में नए घोषित डेरा बाबा नानक-करतारपुर साहिब रोड गलियारे की आधारशिला रखी थी.
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इससे पहले नवंबर में पाकिस्तान ने गुरु नानक की 549वीं जयंती के जारी समारोहों के लिए सिख तीर्थयात्रियों को 3,800 से अधिक वीजा जारी किए थे. करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की मांग भारत दो दशक से करता आ रहा है, जहां गुरुनानक का निधन 1539 में हुआ था. यह धार्मिक स्थल भारतीय सीमा से दिखाई पड़ता है. सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव करतापुर में अपने जीवन के अंतिम 18 साल बिताए थे.
(इनपुट-आईएएनएस)
Source : News Nation Bureau