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पाखंडी इमरान खान अब करेंगे शिव मंदिर के दर्शन, भारत को घेरने की नई चाल

अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को लेकर विदेशी मीडिया के लगातार हमले झेल रहे पाकिस्तान के पीएम इमरान खान अब हिंदुओं को लुभाने के लिए सिंध प्रांत में एक शिव मंदिर दर्शन करने जाएंगे.

Updated on: 21 Aug 2019, 03:15 PM

highlights

  • सिंध में हिंदुओं को संबोधित करने के अलावा शिव मंदिर भी जाएंगे इमरान खान.
  • भारत की बेजीपी सरकार और आरएसएस पर निशाना साधने के लिए नया पैतरा.
  • विशेषज्ञों ने इसे पाकिस्तान पीएम इमरान खान का नया पाखंड बताया.

नई दिल्ली.:

जम्मू-कश्मीर को लेकर हर मोर्चे पर मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अब हद दर्जे के पाखंड पर उतर आए हैं. अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को लेकर विदेशी मीडिया के लगातार हमले झेल रहे पाकिस्तान के पीएम इमरान खान अब हिंदुओं को लुभाने के लिए सिंध प्रांत में एक शिव मंदिर दर्शन करने जाएंगे. इसके साथ ही वह स्थानीय अल्पसंख्यक हिंदुओं के एक समूह को भी संबोधित करेंगे. हालांकि इसके पीछे उनका मकसद क्या है यह तो इमरान खान ही जानें लेकिन मीडिया विशेषज्ञों और सामाजिक-राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ मानते हैं कि इस कदम से पाकिस्तान की वैश्विक मंच पर तार-तार हो चुकी छवि को और धक्का ही लगेगा.

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हिंदू सिर्फ नाममात्र ही रह गए
गौरतलब है कि अपने अस्तित्व में आने के समय पाकिस्तान में हिंदुओं और सिखों की अच्छी-खासी संख्या थी, लेकिन समय के साथ-साथ ये दोनों ही कौमें अल्पसंख्यक रह गईं. फिलहाल पाकिस्तान की आबादी में हिंदुओं की भागीदारी दो फीसदी से कहीं कम रह गई है. ऐसे में सिंध में रहने वाले धार्मिक आधार पर अल्पसंख्यक हिंदू और सिख मानवाधिकार उल्लंघन के मामले में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ लगातार आंदोलन करते आ रहे हैं. ऐसै माहौल में इमरान खान सिंध के हिंदु बाहुल्य इलाकों का दौरा कर स्थानीय लोगों में अगाध श्रद्धा का केंद्र शिव मंदिर भी दर्शन करने जाएंगे.

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हिंदू-ईसाई लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन
गौरतलब है कि धार्मिक आधार पर अल्पसंख्यक समुदाय के इन आंदोलनों के कारण ही बीते दिनों इमरान खान की अमेरिका यात्रा के दौरान लगभग दस अमेरिकी सांसदों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पत्र लिख मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा उठाने को कहा था. इस पत्र में डोनाल्ड ट्रंप को आगाह किया था कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत में पाक सेना न सिर्फ अल्पसंख्यकों का दमन कर रही है, बल्कि विरोध करने वालों को अवैध हिरासत में रखा जा रहा है. इसके अलावा पत्र में हिंदु और ईसाई लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन का मसला भी प्रमुखता से उठाया गया था.

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भारत को निशाने पर लेने के लिए नया पैतरा
यहां यह कतई नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री चुने जाने से पहले इमरान खान ने टीवी पर कई बार पाकिस्तान की खुफिया संस्था द्वारा अवैध तरीके से लोगों के गायब होने और उनके मारे जाने पर चिंता जाहिर की थी. यही नहीं, इमरान खान ने कहा था कि यदि वे इस पर लगाम लगाने में असफल रहेंगे तो प्रधानमंत्री के पद से त्यागपत्र देने में हिचकेंगे नहीं. अब उनके पीएम बनने के बाद भी पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है. ऐसे में माना जा रहा है कि भारत में बीजेपी और आरएसएस पर अल्पसंख्यक मुस्लिमों के कथित दमन पर निशाना साधने के लिए इमरान खान हिंदुओं को न सिर्फ संबोधित करेंगे, बल्कि शिव मंदिर भी जाएंगे.