अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से मुलाकात के बाद पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (Imran Khan) के बोल बदल गए हैं. पिछले कुछ समय से भारत को युद्ध की धमकी देने वाले पाक के पीएम इमरान खान ने अब कहा कि वे भारत पर हमला नहीं सकते हैं. उन्होंने यह बात भारत के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और डोनाल्ड ट्रंप के बीच द्विपक्षीय बातचीत के बाद कही है.
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संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के सम्मेलन में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क पहुंचे पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा कि हम लोग भारत पर हमला नहीं कर सकते हैं. ये कोई विकल्प नहीं है. बता दें जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद से बौखलाए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने वो सब कर लिया, जो वो कर सकते थे. परमाणु युद्ध तक की धमकी दी, कूटनीतिक मंचों से भारत के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की पर नाकाम रहे.
अब इमरान खान की बेबसी उन्हीं की जुबां से बाहर आने लगी है. इमरान खान ने अमेरिका में काउंसिल ऑफ फॉरेन रिलेशंस अफेयर्स के कार्यक्रम में कहा कि आजकल वह बहुत तनाव में जी रहे हैं. उनकी जगह कोई और होता तो हार्ट अटैक से मौत हो जाती. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार, पाकिस्तानी पीएम इमरान खान (Imran Khan) ने कहा, 'मैं क्या करूं, एक तरफ अफगानिस्तान की समस्या चल रही है. ईरान की समस्या चल रही है. चीन भी चिढ़ा हुआ है. अब देखिए भारत के साथ भी दिक्कतें शुरू हो गई हैं. ऐसे में अगर आप भी मेरी जगह होते ना, तो आपको हार्ट अटैक आ जाता.'
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इमरान खान बोले, 'पाकिस्तान के सामने इतनी गंभीर चुनौतियां हैं कि मैं परेशान रहता हूं. यह तो क्रिकेट खेलने के दौरान सीखे गए मुश्किल और कड़ी मेहनत के तौर-तरीकों से मैं ठीक-ठाक हूं. खेल के दौरान मिली सीख से ही मैं दृढ़तापूर्वक इन चुनौतियों का सामना करने और इनसे निपटने की कोशिश में हूं.'
इमरान खान ने अपनी बेचारगी दिखाते हुए कहा, कुछ मामलों से निपटने के लिए उनके पास वह पावर नहीं है, जो चीन के शासकों के पास होती है. इमरान खान बोले, चीन हमारे लिए प्रगति की मिसाल है. उसने अपने करोड़ों नागरिकों को गरीबी से बाहर निकाला. मेरे पास भी उनके जैसे आदेश जारी करने की शक्ति हो तो मैं भी गरीबी-भ्रष्टाचार खत्म कर दूं.' इमरान खान ने इस दौरान फिर से अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कश्मीर पर मध्यस्थता करने की गुहार लगाई. उन्होंने परमाणु संपन्न दो देशों के बीच टकराव का पुराना राग अलापते हुए कहा, भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव से पूरे दक्षिण एशिया पर असर पड़ेगा.