New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2019/09/01/imran-khan-100.jpg)
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (फाइल फोटो)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (फाइल फोटो)
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने रविवार को कहा कि इस्लाम शांति का धर्म है और उसका आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है. साथ ही उन्होंने भारत के खिलाफ अपनी उग्र बयानबाजी को जारी रखते हुए कहा कि पश्चिमी जगत को इस बात को समझना होगा कि भारत की मौजूदा सत्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अनुयायी है, जिसकी विचारधारा नफरत और वर्चस्ववाद पर आधारित है.
यह भी पढ़ेंःPAK के इस नेता का इमरान खान को चैलेंज, अगर हिम्मत है तो POK को पाकिस्तान में मिलाकर दिखाओ
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पीएम इमरान खान ने अमेरिका के ह्यूस्टन में इस्लामिक सोसाइटी आफ नॉर्थ अमेरिका (आईएसएनए) के 56वें सम्मेलन को वीडियो लिंक से संबोधित करने के दौरान यह बातें कहीं हैं. उन्होंने कहा कि इस्लाम शांति का मजहब है और शांति से रहना सिखाता है. किसी एक व्यक्ति की करतूतों को पूरे समुदाय से नहीं जोड़ा जा सकता.
इमरान खान ने कहा, आतंकवाद का किसी धर्म से संबंध नहीं हो सकता तो फिर मुसलमानों पर क्यों हमेशा शक किया जाता है? यूरोप में मुसलमानों के धर्मस्थलों पर भी हमले हुए हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका में 9/11 से पहले श्रीलंका में तमिल टाइगर्स ने आत्मघाती हमले किए थे. आतंकवाद किसी धर्म से जुड़ा नहीं होता. आतंकवाद इस्लाम से नहीं जुड़ा है. 9/11 के हमले के बाद 'भारत ने स्वतंत्रता संघर्ष को आतंकवाद का नाम दे दिया.'
यह भी पढ़ेंःकुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस देगा पाकिस्तान, चौतरफा घिरने के बाद घुटनों के बल बैठे इमरान
इमरान खान अपने भाषण में कश्मीर को लाना नहीं भूले. उन्होंने वहां पर 'जुल्म' के अपने आरोपों को दोहराया. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, "मौजूदा भारतीय सत्ता नफरत और वर्चस्ववादी विचारधारा पर आधारित आरएसएस की नीतियों को मानती है. पश्चिमी जगत को समस्या को समझने के लिए आरएसएस की विचारधारा को समझना होगा."