पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan) ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर भारत के प्रधानमंत्री ने ‘घातक गलती’ की है. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद में ‘लेजिस्लेटिव असेंबली’ को संबोधित करते हुए इमरान खान ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि चुनावों में पाकिस्तान को बलि का बकरा बनाकर उन्होंने जनादेश प्राप्त किया था.
यह भी पढ़ेंःDelhi Assembly Election: BJP सांसद प्रवेश वर्मा के चुनाव प्रचार पर फिर लगी रोक, जानें क्यों
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि मोदी ने घातक गलती की है, ऐसी गलती जिससे वह पीछे नहीं हट सकते हैं. वह भारत को जहां लेकर गए हैं वहां से पीछे नहीं लौट सकते हैं. हिंदू राष्ट्रवाद का जिन बोतल से बाहर निकल आया है और इसे वापस बोतल में नहीं रखा जा सकता है. खान ने दावा किया कि इन घटनाक्रमों से ‘अंतत: कश्मीर आजाद हो जाएगा.’ पाकिस्तान में ‘कश्मीर एकता दिवस’ मनाने के दौरान उनका बयान सामने आया. इस दौरान शीर्ष नेताओं ने कश्मीरी लोगों को समर्थन दिया है. पाकिस्तान में यह दिवस प्रति वर्ष पांच फरवरी को मनाया जाता है.
उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास है कि पांच अगस्त को मोदी की कार्रवाई के बाद कश्मीर आजाद हो जाएगा. अगर उन्होंने यह कदम नहीं उठाया होता तो हम इसे दुनिया के समक्ष उजागर करने में सफल नहीं होते हैं. उन्होंने कहा कि इस बारे में दुनिया को सूचित करना ‘हमारी जिम्मेदारी’ बनती है. भारत ने पांच अगस्त 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त कर दिया था जिसके तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा हासिल था. भारत ने बार-बार अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष स्पष्ट किया है कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त करना अंदरुनी मामला है और पाकिस्तान को वास्तविकता स्वीकार करने की सलाह दी है. अपने संबोधन में खान ने सात से दस दिनों के अंदर पाकिस्तान को जीतने की बयान की आलोचना की.
उन्होंने कहा कि सामान्य व्यक्ति इस तरह की बात नहीं कह सकता है. नई दिल्ली में राष्ट्रीय कैडेट कोर को संबोधित करते हुए मोदी ने पिछले महीने कहा था कि पाकिस्तान को धूल चटाने में भारतीय सेना को एक हफ्ते से दस दिन तक लगेंगे. खान ने कहा कि पाकिस्तान को भारत को कोई ऐसा अवसर नहीं देना चाहिए कि वह कश्मीर से दुनिया का ध्यान भटका सके. उन्होंने दावा किया कि या तो वे फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन (छद्म अभियान) चलाएंगे या आतंकवाद का खतरा दिखाकर कश्मीर में कार्रवाई करेंगे.
यह भी पढ़ेंःभारत सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की अधिसूचना जारी की, ट्रस्टी में ये लोग शामिल!
उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक एवं कूटनीतिक लड़ाई है और पाकिस्तान को भारत की तरफ से बिछाए गए जाल से बचना चाहिए. खान ने फिर से आरएसएस का जिक्र किया और इसकी तुलना नाजी सिद्धांतों से की. उन्होंने कहा कि हमने कश्मीर मुद्दे के बारे में तीन बार ट्रम्प (अमेरिका के राष्ट्रपति) को बताया. खान ने कश्मीर में पाबंदियों और संचार पर लगे प्रतिबंधों को तुरंत हटाने की मांग की.
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने अपने संदेश में कहा कि भारत ने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के प्रस्तावों का उल्लंघन किया है. विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने संदेश में कश्मीर के लोगों को पाकिस्तान की तरफ से सतत् राजनीतिक, कूटनीतिक और नैतिक समर्थन की पुष्टि की.